रोज-रोज की खट-खट खत्म कर दई है साहब! सास और पत्नी मारी हैं...थाने में मचा हड़कंप, पढ़ें पूरा मामला
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. कानपुर में बिल्हौर के अरौल थाना क्षेत्र में बावनझाला पंचायत के हिंदूपुर गांव में सुबह करीब 5ः30 बजे एक सेवानिवृत्त शिक्षक ने प्रॉपर्टी विवाद और परिवारिक कलह के बाद मायके में रह रही पत्नी और सास पर धारदार हथियार से हमलाकर लहुलुहान कर दिया और थाना पहुंच पुलिस को आपबीती बता दी। पुलिस ने आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंचकर खून से लथपथ पड़ी मां-पुत्री को एम्बुलेंस से सीएचसी बिल्हौर भेजा।
यहां से दोनों को तत्काल कानपुर हैलट रेफर कर दिया गया। उपचार के दौरान आरोपी की पत्नी की मौत हो गई। पिहानी के कॉलेज में शिक्षक रहे कौशल किशोर कटियार खाड़ामउ गांव के मूल निवासी हैं, उनकी 64 वर्षीय पत्नी मनोरमा कटियार अरौल के एक कॉलेज में शिक्षका रही हैं और करीब 4 वर्ष पहले सेवानिवृत्त हो चुकी हैं। दो वर्ष पहले तक कौशल किशोर अपनी पत्नी, बेटे शिवम और बेटी शिवानी से साथ गांव में ही रहते थे।
वहीं, उनकी सास इमरती देवी के 70 बीघा बेशकीमती भूमि पर आलू शीतगृह बनवाने को लेकर परिवार में ही विवाद होता रहता था। जानकारी के अनुसार घरेलू कलह के बाद मनोरमा कटियार रोज-रोज की कलह के कारण अपने मायके हिंदूपुर में अपनी 85 वर्षीय मां इमरती देवी के साथ ही रहने लगी थीं, पत्नी के हिंदूपुर में रहने के कारण दोनों में विवाद का सिलसिला जारी रहा।
कई बार परिवारीजनों, ग्राम प्रधान व बड़े बुर्जुर्गों ने पंचायत भी की, लेकिन स्थित जस की तस रही। सोमवार सुबह खाड़ामउ गांव कौशल किशोर कटियार अपनी कार से हिंदूपुर गांव पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए धारदार हथियार से पत्नी और सास पर कई वार कर जमीन पर गिरा दिया। इसके भाग कर अरौल थाना पहुंचा और दरोगा दयाशंकर को पूरी हाल-हकीकत बताकर हवालात के अंदर बंद हो गया।
थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने घटना सुबह पांच बजे के करीब की है, इसलिए आसपास और पड़ोसियों को भी जानकारी नहीं हो सकी। आरोपी स्वयं थाना आया और आपबीती बताई। वारदात में घायल मनोरमा कटियार और इमरती देवी को सीएचसी बिल्हौर में भर्ती कराया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को कानपुर हैलट रेफर किया गया था,जहां रास्ते में मनोरमा ने दम तोड़ दिया। उधर आरोपी की निशानदेही पर आलाकत्ल सरिया, बेल्चा और कुल्हाड़ी बरामद कर लिया गया है। अभी कोई तहरीर पुलिस को नहीं मिली है।
सोमवार को पति कौशल किशोर कटियार के हमले में जान गवाने वाली मनोरमा कटियार ने आनलाइन ढंग से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से पति द्वारा स्वयं और मां को जान का खतरा बताकर शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई न होने के कारण मनोरमा और उसकी मां ने हिंदूपुर गांव स्थित अपने पुराने घर में कैद कर लिया था। पड़ोसियों के मुताबिक मनोरमा पति के हमले के अंदेशा के कारण कभी भी बाहर नहीं बैठती थी।
अरौल थाना क्षेत्र के बावनझाला हिंदूपुर गांव में सेवानिवृत्त शिक्षक कौशल किशोर कटियार करीब दो वर्ष से पत्नी मनोरमा कटियार और सास इमरती देवी से ज्यादा नाराज थे, पड़ोसियों ने बताया कि मनोरमा कटियार ने अपनी पुत्री शिवानी की शादी के बाद माली हालत ठीक न देखकर अपनी मां से उसे अरौल स्थित करीब 8 बीघा जमीन नाम कर दी थी। जिसके बाद से विवाद बहुत ज्यादा बढ़ गया था। मनोरमा कई बार अपनी मां से ऐसी घटना की आशंका भी जता चुकीं थी।
आलू मिल बनाने का सपना टूटता देख और पत्नी मनोरमा सहित बुर्जुग सास द्वारा किसी भी मदद से इंकार करने के बाद कौशल किशोर कटियार लगातार घटना की फिराक में था। पूछताछ में एक करीबी ने बताया कि सोमवार को भी कौशल किशोर पूरी तैयारी के साथ आया था। घर में काम करने वाले एक आदमी को आवाज लगाकर पहले दरवाजा खुलवाकर लोहे के धारदार हथियार के साथ अंदर घुस गया। मनोरमा जब चीखी चिल्लाई, तो उसके सिर पर ही कई प्रहार किया। बेटी को बचाने पहुंची बुजुर्ग मां पर भी कई प्रहार कर उन्हें मरणासन्न कर दिया।
सुबह का करीब छह बजे अरौल पुलिस थाने में एसआई दयाशंकर गंगा स्नान हेतु आंकिन कोठी घाट पर जाने की तैयारी कर रहे थे। तभी कौशल किशोर कटियार खून से लथपथ हालत में थाने पहुंचते हैं। एसआई द्वारा पूछे जाने पर कौशल किशोर कटियार कहते हैं साहब रोज-रोज की खोखट खत्म कर दई है, अम्मा और पत्नी हिंदूपुर गांव में मरी डरी हैं, मेरी गाड़ी में सब औजार डरे हैं, हमें हवालात में जान देव। इतना कहते हुए वह हवालाल के सामने बैठ जाते हैं। यह सुनकर तत्काल दरोगा दयाशंकर ने थानाध्यक्ष को घटना की जानकारी दी और मौके पर पहुंच घायलों को सीएचसी बिल्हौर भेजा।