उत्तर प्रदेश के 40 जिलों में एनडीआरएफ, SNDRF और PAC तैनात
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. प्रदेश में बाढ़ और अतिवृष्टि से निपटने के लिए राहत विभाग ने बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील और अति संवेदनशी जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रबंदन दल (एसडीआरएफ) की टीमें तैनात की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में मानसून के दस्तक देते ही अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट रहने के आदेश दिए हैं। योगी के निर्देश के बाद राहत कार्यों से जुड़े विभिन्न विभाग के अधिकारी हरकत में आए हैं।
गोरखपुर-लखनऊ में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी तैनात
प्रमुख सचिव राजस्व पी. गुरु प्रसाद ने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए प्रदेश को तीन भागों में बांटा गया है। इसमें अतिसंवेदनशील श्रेणी में 24, संवेदनशील श्रेणी में 16 और सामान्य श्रेणी में 35 जिले शामिल हैं।
एनडीआरएफ की सात और एसडीआरएफ की 18 टीमें लगाई
अतिसंवेदनशील और संवेदनशील जिलों में बाढ़ से निपटने के लिए आसपास के जिलों में एनडीआरएफ की 7 टीमें, एसडीआरएफ की 18 टीमें और पीएसी की 17 टीमों की प्रीपोजीशनिंग की जा चुकी है। यह टीमें बाढ़ की स्थिति को देखते हुए आपसी समन्वय से राहत कार्यों में अपनी भूमिका निभाएंगी।
राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि एनडीआरएफ की 7 टीमों को लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, बहराइच, लखीमपुर खीरी, बलिया, बरेली, अलीगढ़ एवं प्रयागराज में तैनात किया गया है।
एसडीआरएफ की 18 टीमों को लखनऊ, प्रयागराज, मुरादाबाद, इटावा, सहारनपुर, मथुरा, गोरखपुर, वाराणसी, अयोध्या और मिर्जापुर में तैनात किया गया है। इसके अलावा पीएसी की 17 टीमों को सीतापुर, प्रयागराज, बरेली, फतेहपुर, आगरा, आजमगढ़, मुरादाबाद, गोरखपुर, गोंडा, लखनऊ, वाराणसी, कानपुर नगर, हमीरपुर, गाजियाबाद, एटा और मेरठ में तैनात किया गया है। राहत आयुक्त ने बताया कि कुछ जिलों में तीनों (एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी) को तैनात किया गया है, जिससे समय रहते यह दल बाढ़ से ज्यादा प्रभावित जिलों में तत्काल पहुंचकर राहत कार्यों को अंजाम दे सकें।
यह हैं प्रदेश के अतिसंवेदनशील और संवेदनशील जिले
प्रदेश में 24 जिलों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। इनमें महराजगंज, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, बस्ती, बहराइच, बिजनौर, सिद्धार्थनगर, गाजीपुर, गोंडा, बलिया, देवरिया, सीतापुर, बलरामपुर, अयोध्या, मऊ, फर्रुखाबाद, बदायूं, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, आजमगढ़, संतकबीरनगर, पीलीभीत और बाराबंकी शामिल हैं। वहीं 16 जिलों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया हैं। इनमें सहारनपुर, शामली, अलीगढ़, बरेली, हमीरपुर, गौतमबुद्धनगर, रामपुर, प्रयागराज, बुलंदशहर, मुरादाबाद, हरदोई, वाराणसी, उन्नाव, लखनऊ, शाहजहांपुर और कासगंज शामिल हैं।