गाजीपुर में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने ऑनलाइन उपस्थिति का किया विरोध
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में सैकड़ों शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में DM और BSA को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन को सौंपा। कहा कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा 8 जुलाई से ऑनलाइन उपस्थिति देने का आदेश दिया गया है जो तुगलकी फरमान है।
अधिकारी एसी कक्ष में बैठकर बिना जमीनी हकीकत जाने ही इस प्रकार के अव्यवहारिक आदेश करते रहते हैं। जिनमें आने वाली व्यवहारिक कठिनाइयों को दूर किए बिना उसको लागू करा पाना संभव ही नहीं है। जिला सहसंयोजक दिवाकर सिंह ने कहा कि प्रदेशीय नेतृत्व द्वारा कई बार महानिदेशक स्कूल शिक्षा को ज्ञापन सौंप कर डिजिटाइजेशन से जुड़ी मौलिक समस्याओं को दूर करने की मांग की गई तथा बीते 14 मार्च को महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय में धरना भी किया गया था।
तब महानिदेशक द्वारा संगठन के प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया गया था कि डिजिटाइजेशन से जुड़ी मौलिक समस्याओं के निस्तारण के पश्चात ही इसे लागू किया जाएगा। किंतु मांगे पूरी नहीं की गई। महासंघ छात्र हित व शिक्षा हित में इस आदेश का बहिष्कार कर रहा है। जब तक जायज मांगे पूरी नहीं हो जाती है तब तक ऑनलाइन उपस्थति/डिजिटाइजेशन स्वीकार्य नहीं है। कहा कि प्रमुख समस्याओं का समाधान किए बिना ही विभागीय अधिकारियों द्वारा भय का वातावरण बनाकर ऑनलाइन उपस्थिति (फेस रिकग्निशन) की व्यवस्था केवल बेसिक शिक्षा विभाग में ही लागू की जा रही है।
इससे पूरे प्रदेश का शिक्षक समाज स्वयं को अपमानित एवं ठगा महसूस कर रहा है। शिक्षकों में शासन व विभाग के प्रति व्यापक आक्रोश है।