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गाजीपुर में अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत, अस्पताल संचालक व कर्मी फरार

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के दिलदारनगर में चिकित्सक की लापरवाही के कारण एक और नवजात व प्रसूता की मौत का कारण बनी। घटना थाना रोड स्थित एक निजी अस्पताल का है। परिजन की सूचना पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर चली गई। मृतका की बहन पूजा देवी ने घटना की लिखित तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की है। घटना के बाद से ही अस्पताल संचालक व कर्मी फरार है।
बिहार के रोहतास के कोचस थाना के पडियारी निवासी प्रसूता शिवबाला देवी पांच माह से रेवतीपुर थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुर गांव अपने मायके में रह रही थी। गुरुवार को प्रसव पीड़ा होने पर रेवतीपुर स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक आशा उन्हें लेकर दिलदारनगर के एक निजी अस्पताल में स्वजन संग पहुंची। परिजनों का आरोप है कि सिजेरियन डिलीवरी के लिए अस्पताल संचालक द्वारा चालीस हजार रुपए की मांग की गई। साथ ही कहा की बच्चा और जच्चा दोनों की हालत ठीक नहीं लग रही है लेकिन आप भर्ती कराइए ऑपेरशन कर सब ठीक कर दिया जाएगा।

ऑपेरशन के बाद मृत बच्ची पैदा हुई। इसके कुछ देर बाद प्रसूता शिवबाला देवी की भी मौत हो गई। इसके बाद चिकित्सक ने प्रसूता की हालत खराब होने की जानकारी देते हुए वाराणसी ले जाने को कहां। लेकिन जब परिजन अस्पताल के अंदर गए तो शिवबाला बेड पर ही मृत पड़ी थी और उसको ऑक्सीजन लगाया गया था। लेकिन फिर भी चिकित्सक व अस्पताल संचालक उसे वाराणसी ले जाने को कह रहे थे।

परिवार के लोग घटना की जानकारी दिलदारनगर पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची तब तक अस्पताल से कर्मी सब फरार हो गए। इस संबंध में थाना प्रभारी निरीक्षक महेंद्र सिंह ने बताया कि परिजन की ओर से तहरीर मिली है। प्रसूता के शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। सीएमओ को घटना की रिपोर्ट भेजी जाएगी। इस पर मौके पर पहुंचे भदौरा समुदायिक स्वास्थ केंद्र के प्रभारी डॉ धनंजय आनंद ने बताया कि मामले की जांच उपरांत उचित कार्रवाई की जाएगी।
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