गाजीपुर में वर्षा ऋतु के आगमन के बाद उमस बढ़ी...पसीने से तरबतर हो रहे लोग, एंटी फंगस की बिक्री बढ़ी
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. वर्षा ऋतु के आगमन से तापमान में आई गिरावट के कारण एक तरफ जहां लोगों को गर्म लू वाली गर्मी से राहत मिली है, तो वहीं दूसरी तरफ अब हवा में नमी बढ़ने के कारण उमस भरी गर्मी ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए हैं। बीते दो दिनों से गाजीपुर के सैदपुर में हो रही धूप के कारण, जमीन से उठने वाली भाप मौसम में भारी उमस पैदा कर रही है।
भारी उमस के कारण लोगों के नहाकर कपड़े पहनते ही थोड़ी ही देर में वह पसीने से तरबतर हो जा रहे हैं। उनके कपड़े पसीने से भीग जा रहे हैं। जिससे लोगों की स्क्रीन पर फंगस का संक्रमण बढ़ गया है। घमौरियों से लोगों की हालत खराब हो गई है। गर्मी का आलम यह है कि हर तरफ लोग हाथ में जो मिल जा रहा है उसी से हवा झलने लग रहे हैं। उमस और पसीने से बेहाल लोग अपने शर्ट उतारकर काटन की गंजी पहनकर काम करने को मजबूर हो जा रहे हैं।
उमस के कारण लोगों के घरों और दुकानों में लगे पंखे और कूलर भी राहत नहीं पहुंच पा रहे हैं। पंखे के नीचे बैठे लोग भी गर्मी से बेहाल होकर हाथों से हवा झल रहे हैं। कुछ देर में लोगों के कपड़ों पर पसीने से निकली नमक के दाग बन जा रहे हैं। नमकीन पसीना आंखों में जाने से लोगों की आंखों में जलन होने लग रही है। जिससे उन्हें बार-बार अपने चेहरे को कपड़े से पोंछना पड़ रहा है। बाजार में एंटी फंगस और एंटी घमौरी टेलकम पाउडर की बिक्री बढ़ गई है।
इससे सबसे बुरा हाल सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मरीज का हो रहा है। जहां बिजली कटौती के बाद जनरेटर नहीं चलाई जाने से इमरजेंसी वार्ड से लेकर ऑपरेशन वार्ड तक के मरीजों को भारी उमस और गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। मरीज के परिजनों को अपने-अपने मरीज को हाथ से हवा देनी पड़ रही है। यहां आने वाले मरीज और परिजन हाथों से हवा चलने को दिवस है।
सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉक्टर संजीव सिंह ने कहा कि जब जरूरत होती है, तब जनरेटर चलाया जाता है फिलहाल सोलर इनवर्टर की बैटरी के टर्मिनल पर कार्बन की समस्या के चलते दिक्कत हो रही थी। जिसे ठीक करने के लिए मिस्त्री को बुलाया गया है।