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कुत्ते ने मासूम के हत्यारे को सूंघ कर पहचाना, घरवालों को भी नहीं हुआ यकीन, अपनों में ही छिपा था कातिल

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम,  मुरादाबाद. पिता के तानों और संपत्ति की चिंता में एक युवक ने अपने ही भतीजे को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। आरोपी हत्या करने के बाद कई दिन तक पुलिस के साथ ही साए की तरह घूमता रहा, लेकिन पुलिस के खोजी कुत्ते ने मृतक के कपड़ों को सूंघने के बाद घर जाकर हत्यारोपी चाचा पहचान लिया। 
पुलिस ने चाचा से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी ने गन्ने के खेत में ले जाने के बाद पहले मासूम का गला दबाया और फिर उसका गला ब्लेड से काट दिया। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश करके जेल भिजवा दिया गया।

एसपी देहात संदीप कुमार मीना और सीओ कांठ अपेक्षा निम्बाडिया ने बताया कि कांठ थाना क्षेत्र के मोहल्ला ईदगाह नई बस्ती निवासी पट्टी कारोबारी अलीमुद्दीन के तीन बेटे हैं। बड़े बेटे नसीमुद्दीन उर्फ भूरे की शादी हुई है। उनके पास दो बेटियां हैं और एक पांच साल का बेटा अबूजर था। बाकी दोनों बेटों की शादी नहीं हुई है।

इनमें जीशान ने बिजनौर से डीफार्मा की पढ़ाई कर ली है, लेकिन नशे का आदी हो गया है। इसलिए पिता जीशान को ताने देते रहते थे। कई बार पिता अलीमुद्दीन ने यह भी कह दिया था कि वह अपनी सारी संपत्ति नसीमुद्दीन के पांच वर्षीय बेटे अजबूर के नाम कर देंगे। दोनों छोटे बेटे को संपत्ति में से कुछ नहीं देना है। यही बात जीशान को परेशान करती थी। 

25 जुलाई को दोपहर को जीशान घर के बाहर से ही भतीजे अबूजर को टॉफी दिलाने के बहाने पास में स्थित पंकज कुमार के गन्ने के खेत में ले गया। घर से निकलने से पहले उसने अपने घर के सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए थे, ताकि कोई सीसीटीवी कैमरे में उसे जाते देख न पाए।

गन्ने के खेत में गिराकर आरोपी चाचा ने मासूम को जमीन पर गिराकर गला दबा दिया। इससे बेहोश हो जाने के बाद उसने ब्लेड से उसका गला काट दिया था। घटना के समय जीशान नशे में था। हत्या के बाद शव को वहीं छोड़ आया था।

जीशान ने पुलिस को बताया कि घर वालों ने उसे ताने मारकर परेशान कर रखा था। उनसे बदले लेने की भावना से भतीजे को जंगल में ले जाकर ईख के खेत में उसकी हत्या कर शव को वहीं ईख के खेत में छिपा दिया था।

खोजी कुत्ते ने खोजा शव, फिर आरोपी को पहचाना
एसपी देहात ने बताया कि घटना के दिन से ही पुलिस मासूम के शव की तलाश में लगी थी। अज्ञात के खिलाफ अपहरण का अभियोग पंजीकृत कर सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक किए जा रहे थे। तमाम फुटेज खंगालने के बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। 

शनिवार को खोजी कुत्ते से मिली लाइन के बाद शक के आधार पर चाचा की निशानदेही पर अबूजर का शव घर से कुछ दूसरी पर ही स्थित ग्राम महमूदपुर माफी-नई बस्ती के रास्ते पर गन्ने के खेत में मिल गया। शव की हालत बेहद खराब हो चुकी थी। 

परिजनों के पहचान करने बाद पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हुई है। पुलिस को घटनास्थल से अभियुक्त की शर्ट का टूटा बटन और बाल मिले हैं। बालों को जांच के लिए भेजा जा रहा है। पूछताछ में जीशान ने बताया कि मेरे पिता अलीमुद्दीन ने बुढ़ापे में दूसरी शादी कर ली थी। दोस्त हमारी मजाक बनाते थे, इसे लेकर बहुत गुस्सा आता था। घर में मेरी कोई इज्जत नहीं थी। 

नशे की आदत की वजह से मेरे अब्बू अलीमुद्दीन व भाई नसीमुद्दीन उर्फ भूरा आए दिन मारते पीटते व टोका टाकी करते रहते थे। मेरे अब्बू अपनी पूरी जायदाद मेरे भतीजे के नाम करने की धमकी देते थे। कई बार संपत्ति नाम कराने के लिए प्रयास भी किया था। हत्या करने में चाचा का नाम आने के बाद परिजनों को यकीन नहीं हो रहा था। परिवार और आसपास के लोग भी हैरान हैं।
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