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पति की तलाश में थाने पहुंची महिला ने पुलिस पर लगाया अभद्रता और हाथ पकड़ने का आरोप

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, मिर्जापुर. दिल्ली से मिर्जापुर पति की तलाश में पहुंची महिला ने कोतवाली पुलिस पर अभद्रता और हाथ पकड़ने का आरोप लगाया है। महिला एसपी अभिनंदन के कार्यालय पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई है। दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
महिला का कहना है कि वह अपने पति को यहां ढूढने आई है। लेकिन ससुराल वाले घर में नहीं घुसने दे रहे। न ही मेरे पति का पता बता रहे। मैं कोतवाली में शिकायत करने पहुंची तो नशे में धुत पुलिस कर्मी ने मेरे साथ अभ्रदता की।

दिल्ली से मिर्जापुर पहुंची रंजू गुप्ता ने बताया कि मैं भी यूपी की रहने वाली हूं। लेकिन बीते कुछ साल में मैं दिल्ली में रहती हूं। मैं दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में काम करती हूं। मिर्जापुर में मेरा ससुराल है। महिला ने आगे बताया कि मैं 2016 से मिर्जापुर के रहने वाले विमल किशोर गुप्ता के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी। वो शादी का झांसा देकर मेरे साथ दिल्ली में रहते थे। लेकिन पिछले 3 साल से वह मेरे पास नहीं रहते हैं।

कोरोना के सेकेंड वेव से ही उनका पता नहीं है। फोन पर बात होती है तो कभी कहते हैं आउट ऑफ इंडिया हूं, कभी कहते हैं बेंगलुरु में हूं। जब भी आने के लिए बोलती हूं तो कहते हैं मैं अपना कॅरियर बना रहा हूं। जब मेरा कॅरियर बन जाएगा वापस आऊंगा।

महिला ने आगे कहा मेरे पति मेरे ऊपर आरोप लगाते हैं। कहते हैं कि तुम्हारा कई लोगों से संबंध है। मैं नहीं आऊंगा। महिला ने आगे बताया कि हम दोनों की मुलाकात 2015 में दिल्ली के एक अस्पताल में हुई थी।

मैं वहां काम करती थी और विमल वहां एडमिट हुए थे। मैंने इनका केयर किया, ट्रीटमेंट कराया वहां से हमारी दोस्ती शुरू हो गई। फिर हम साथ रहने लगे। दिसंबर 2021 में अचानक एक दिन मेरे हस्बैंड अपना पूरा सामान पैक करके घर से चले गए।

जब मैं घर पहुंची तो मैंने फोन किया तो इन्होंने कहा है कि मैं दिल्ली से बाहर गया हूं 15 दिन में वापस आ जाऊंगा। मेरे रूम पर कोई भी सबूत नहीं छोड़ा था साथ रहने का। मेरे काम पर जाने के बाद विमल की बहन और बहनोई मिलकर सब कुछ मिटा दिए।

मैं जब भी इनसे आने के लिए बोलती हूं तो यह हमेशा बहाना करते हैं। इसलिए मैंने मिर्जापुर आने का फैसला किया। मैं अपने ससुराल मिर्जापुर के रमई पट्टी विविद पुरी कॉलोनी पहुंची तो गेट पर मेरे पति के छोटे भाई से मैंने पूछा कि आपके भैया कहां हैं। तो उसने कहा कि तुम यहां क्यों आए हो तुम्हारा यहां क्या है।

यहां पहुंचकर मैं अपने हस्बैंड को फोन किया तो उन्होंने कहा कि तुम्हें जो करना है करो। मैं कोर्ट कचहरी से लड़ लूंगा। लेकिन मैं आऊंगा नहीं। मैं शिकायत करने मिर्जापुर शहर कोतवाली गई तो वहां एक पुलिस वाले ने मेरे साथ अभद्रता की। नशे की हालत में मुझे भला बुरा कहा।

उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया और मेरे साथ बदतमीजी की। मैंने उनसे कुछ बोलना चाहा तो उन्होंने पुलिस वालों से कहा कि 4 डंडे मार कर जेल में बंद कर दो। मुझे वहां 40 मिनट तक बैठा कर रखा गया। उसके बाद मुझे छोड़ गया। इस लिए मैं एसपी के पास शिकायत करने पहुंची हूं।

थाना इंचार्ज अरविंद मिश्र ने महिला के आरोपों को निराधार बताया है। कहा कि रात 11 बजे मैं खुद थाना पर मौजूद था। महिला को सुबह आने की बात कह कर भेजा गया था। उन्होंने महिला के आरोपों का खंडन किया है।
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