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UP Weather Update Today: उत्तर प्रदेश में खत्म होने वाला है इंतजार...इन जिलों में होगी तेज बारिश

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में भीषण लू के साथ साथ गर्म रातों की वजह से आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को प्रदेश के दोनों हिस्सों में गरज चमक के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही प्रदेश के अधिकतर जिलों में लू चलने के भी आसार जताए गए हैं। 46.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ उरई जहां प्रदेश का सबसे गर्म दिन रहा है। वहीं 35.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ कानपुर की रात प्रदेश में सबसे गर्म रही है। वहीं साल 1998 के बाद जून महीने में लखनऊ में रात इतनी गर्म हुई और 32.6 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ बीती रात राजधानी लखनऊ के प्रेक्षण इतिहास (1950-2024) में जून महीने की तीसरी सबसे गर्म रात रही है। वहीं, प्रदेश के कई इलाकों में बारिश जैसी स्थिति बनने से भीषण गर्मी पर ब्रेक लगने की उम्मीद बनती दिखने लगी है।
बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, फतेहपुर, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और उसके आसपास के इलाकों में भीषण ऊष्ण लहर लू चलने का रेड अलर्ट जारी हुआ है। प्रयागराज, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अलीगढ़, कासगंज और आसपास के इलाके में ऊष्ण लहर से भीषण ऊष्ण लहर लू चल सकती है। साथ ही, मऊ, बलिया, बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकर नगर, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, संभल, बदायूं और आसपास के क्षेत्र में ऊष्ण लहर लू चलने के आसार है।

इसके अलावा बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संतरविदास नगर, जौनपुर, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीर नगर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, लखीमपुर खीरी और सीतापुर में ऊष्ण रात्रि के आसार है। हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली अमेठी, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद हापुड़, गौतमबुद्ध नगर बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा में भी ऊष्ण रात्रि की संभावना है। हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के क्षेत्र में ऊष्ण रात्रि होने की संभावना है।

यहां हो सकती है बारिश
यूपी के कई इलाकों में बारिश की उम्मीद जताई जा रही है। प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और आसपास के इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है। बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, गाजीपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बदायूं, महोबा में भी गरज चमक के साथ बारिश होने के आसार है।

मौसम विभाग के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह की माने तो वर्तमान मौसमी परिदृश्य में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव तथा पुरवा के साथ प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप उत्तरी तराई इलाकों में तड़ित झंझावात के साथ 19 जून से शुरू होने वाली हल्की से मध्यम बारिश के दौर से उत्तरी तराई इलाकों में लू से प्रचंड लू की स्थिति से राहत मिलने के आसार है। वहीं, मध्यवर्ती और दक्षिणी हिस्सों में तीव्रता में उत्तरोत्तर कमी के साथ आगामी 3-4 दिनों तक जारी रहने की संभावना है। अतुल कुमार सिंह ने बताया कि राजधानी लखनऊ में भी भीषण लू से उष्ण रात्रि की स्थितियां मंगलवार को भी बनी रहीं और इसके आगामी 3-4 दिनों के दौरान उत्तरोत्तर कमी के साथ जारी रहने की संभावना है।
मंगलवार की रात को आंधी और बारिश की वजह से वाराणसी का तापमान 5-6 डिग्री तक नीचे चला गया। ठंडी हवा 30 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से बही। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि गर्मी अभी थमी नहीं है। ये तो प्री-मानसून की बारिश है, जो कि अगले 5-6 दिनों तक जारी रह सकती है। मानसून तो 17 दिनों से अपनी पोजिशन ही नहीं बदला है। बंगाल-बिहार के बॉर्डर पर ही अटका पड़ा है। ऐसे में कहीं पर बारिश और कहीं पर हीट वेव का प्रकोप देखने को मिल सकता है।
मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि आगामी 2-3 दिनों के दौरान महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के कुछ अन्य हिस्सों एवं गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में मॉनसूनी गतिविधि दिख रही है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों और बिहार, झारखंड के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। बिहार-झारखंड में आगे बढ़ने के बाद ही मानसून के उत्तर प्रदेश में आगे बढ़ने के संबंध में स्थिति स्पष्ट होगी।
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