ओमप्रकाश राजभर के विधायक पेपर लीक स्टिंग में फंसे, अभ्यर्थी से बोला- मेरा नाम मत लो, भर्तियां कराता हूँ...
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधायक बेदी राम का नाम पेपर लीक मामले से जुड़ गया है। उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह एक युवक से बात कर रहे हैं।
पेपर लीक के लिए पैसा देने वाले विधायक के पास पहुंचे हैं। वे अपना पैसा मांग रहे हैं। इसी बात को लेकर विधायक और अभ्यर्थियों के बीच बहस भी सुनाई दे रही।
वीडियो में बेदी राम कहते हैं- मैं बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश कई राज्यों में भर्ती कराता हूं। एक-एक परीक्षा में 40-40 लोगों की भर्ती कराता हूं। वह साथ बैठे व्यक्ति से यह भी कह रहे हैं कि मेरा नाम मत लेना।
जिस युवक ने यह वीडियो बनाया, वह मूल रूप से जौनपुर का रहने वाला है। करीब 3 महीने पहले वह बेदी राम से मिलने उनके गाजीपुर वाले घर पहुंचा। वहां उसने बेदी राम से हुई बातचीत का वीडियो बना लिया। इसके बाद भी वह लगातार विधायक से अपने पैसे मांग रहा था। मगर, विधायक कोई जवाब नहीं दे रहे थे। विधायक युवक से मिलने से भी कतरा रहे थे। एक-दो दिन पहले भी युवक ने विधायक से मिलने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुआ। इसी के बाद उसने वीडियो वायरल कर दिया।
सिलसिलेवार पढ़िए विधायक और युवक के बीच हुई बातचीत...
युवक : (दूसरे युवक की ओर इशारा करते हुए) ये भी फंसे हैं। 3.5 लाख रुपए हैं। मेरी बहुत समझ में नहीं आ रहा।
विधायक : उनसे बता दीजिए, बस रिजल्ट निकल जाए, सारी जिम्मेदारी रिजल्ट निकलने तक रहती है।
युवक : नियुक्ति तक जिम्मेदारी होती है मेरे ख्याल से?
विधायक : नियुक्ति तक जिम्मेदारी कोई नहीं लेता है।
एक अन्य व्यक्ति की आवाज : इसी संबंध में ये भी (विधायक) भी बीच में फंसे हैं। नहीं तो यहां से हटा देते कि फाइनल रिजल्ट आ गया। अब 2 साल बाद कैंसिल हो गया, तो इसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं है।
विधायक : उसमें बहुत लोग फंसे हैं। ज्वॉइनिंग की डेट आ गई, सब लोग पैसा दे दिए। केवल यही नहीं फंसे हैं।
युवक : किसी परिवार से सात लाख रुपए गया।
विधायक : हमारा तो करोड़ों चला गया, तो क्या जान दे दें? इसीलिए काम करा दीजिए। हमारा काम खत्म। आप होते, तो आप भी यही करते।
विधायक : अपने समर्थक (मीडिएटर को अपशब्द कहते हुए) साफ-साफ तुम्हें बताना चाहिए। मैंने काम करा दिया, रिजल्ट निकला, हमारा काम खत्म।
विधायक : मैं नहीं कराया हूं? मुझसे कोई आकर मांग ले। जब से ये (मीडिएटर) एक कराए, तब तक मैं बीस का कराया। इसी बार में नहीं, इसके पहले वाले में भी कराया। भूरे के तीन लड़के हुए हैं। तमाम लोग हुए हैं। मैं तो बाद में लेता हूं, पहले नहीं लेता। लेकिन जो एक लाख रुपए दिया, तो वो चला गया बात खत्म। और लोग पूरा-पूरा ले लिए हैं। यहीं गुड्डू सिंह पूरा ले लिए हैं, कोई जाकर ले।
युवक : हमारी बात भी सुन लीजिए।
विधायक : वही वाला कैंसिल हुआ है, (साथी से पूछते हुए) वही वाला क्या? मैं अंदर से कराया हूं। ये तो एक-एक भर्ती कराते हैं। मैं 40-50 कराता हूं।
युवक : अरे हमारी बात भी सुनेंगे विधायक जी?
विधायक : क्या?
इस तस्वीर में सुभासपा विधायक बेदी राम युवक से बातचीत करते नजर आ रहे हैं। |
युवक : जैसे जिसके घर से सात लाख रुपया आया है, वो भी तो कमजोर ही है, उस पर क्या विचार है, उसे कहीं सेट कराइए?
विधायक : (पास बैठे एक व्यक्ति से) ये भी तो गरीब ही हैं, कौन से धन्नासेठ हैं, ये कौन से अंबानी हैं?
युवक : विधायक जी अगर पूरा पैसा नहीं दे पा रहे हैं, तो कुछ काटकर पैसे दे दीजिए। अगर नहीं देना था, तो उसी समय कह दिए होते नहीं देंगे।
बेदी राम गाजीपुर की जखनियां सीट से विधायक हैं। वह मूलरूप से आजमगढ़ के रहने वाले हैं। लेकिन, सुभासपा ने उन्हें जखनियां विधानसभा सीट से टिकट दिया और जीतकर विधायक बन गए। बेदी राम को सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का करीबी माना जाता है।
यह विधायक बेदी राम का लखनऊ के गोमतीनगर में स्थित घर है। |
रेलवे पेपर लीक में बेदी राम हो चुके हैं गिरफ्तार
यह पहला मौका नहीं है, जब बेदी राम का नाम भर्ती परीक्षा के पेपर लीक से जुड़ा है। इससे पहले भी वह रेलवे भर्ती पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। साल 2014 में यूपी STF ने उन्हें लखनऊ के आशियाना एरिया से गिरफ्तार किया था।
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा से लेकर आरओ-एआरओ सहित कई परीक्षाओं में पेपर लीक का मामला सामने आया। लोकसभा चुनाव में भी विपक्ष ने इस मुद्दे को उठाया। मौजूदा योगी सरकार ने एक दिन पहले ही पेपर लीक मामले में कानून पास किया है। इसी बीच बीजेपी की सहयोगी पार्टी के विधायक का पेपर लीक में नाम आने से फिर यह मामला सुर्खियों में है।