गाजीपुर में गर्मी से लोगों की हो रही मौत, श्मशान घाट पर शव का लग रहा कतार
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में बीते एक सप्ताह से प्रचंड गर्मी का कहर सैदपुर में लगातार जारी है। जिसके चलते हर रोज बड़ी संख्या में बीमार लोग सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर, क्षेत्र के निजी चिकित्सालयों में हीट वेब (लू) का शिकार होकर पहुंच रहे हैं। जिसमें कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ रही है, और कई लोगों को हायर मेडिकल सेंटर रेफर किया जा रहा है। सैदपुर में गर्मी से हाकर मचा हुआ है।
सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के इमरजेंसी वार्ड में लगातार हीट स्ट्रोक से बीमार मरीजों का आना जारी है। जिसमें कई मरीज हीट स्ट्रोक से ब्रेन स्ट्रोक का शिकार हो रहे हैं। जिन्हें सीएचसी पर प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने के बाद, हायर मेडिकल सेंटर वाराणसी के लिए रेफर किया जा रहा है। वहीं हीट स्ट्रोक के शिकार कई मरीज, तो चिकित्सालय पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दे रहे हैं। जिन्हें मृत घोषित करने के बाद परिजन शव लेकर घर लौट जा रहे हैं।
सरकारी आंकड़ों से उलट शमशान घाटों पर आम दिनों की अपेक्षा इस समय 5 से 6 गुना ज्यादा शव अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहे हैं। सैदपुर के सबसे बड़े जौहरगंज श्मशान घाट के संचालक पूर्व सभासद संजय कुमार ने बताया कि आम दिनों में घाट पर 20 से 25 शव हर रोज आते थे। लेकिन बीते एक सप्ताह से शवों के आने का सिलसिला काफी बढ़ गया है। इस समय हर रोज घाट पर 65 से 100 लाशें जलाई जा रही है। घाट पर ज्यादा लाशों के आने से लकड़ी की समस्या हो रही है। शवों के अंतिम संस्कार में आए ज्यादातर लोग, गर्मी और लू लगने से मरने की चर्चा करते दिखाई दे रहे हैं।
गर्मी से बेहाल होकर सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच रहे मरीजों को स्वास्थ्य केंद्र के इमरजेंसी वार्ड में भी गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है। इमरजेंसी वार्ड की छत से दरवाजे और खिड़कियों तक एक भी रोशनदान नहीं है। जिससे की हवा का वेंटिलेशन बना रहे। गर्मी दूर करने के लिए लगाए गए सीलिंग फैन वेंटीलेशन के अभाव में छत से खिड़कियों तक जमा गर्म हवा को वापस बार-बार मरीजों पर फेंक रही है। वार्ड में कूलर तक की व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण इलाज के दौरान मरीज से लेकर उनके परिजन गर्मी और पसीने से बिलबिला उठ रहे हैं।
सैदपुर तहसील के आपदा बाबू प्रदीप कुमार ने बताया कि हमारे यहां जो शासनादेश आया है, उसमें लू लगने से हुई मौत का जिक्र है। हीट वेब का जिक्र नहीं है। जो पोस्टमॉर्टम से ही डिसाइड होगी। वैसे अभी तक रिकॉर्ड में इससे किसी की मौत दर्ज नहीं हुई है।