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बाग में मिला नवविवाहिता का शव, पति ससुराल में छोड़ने के लिए निकला था

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ/औरैया. नवविवाहिता की गला दबाकर हत्या कर शव को एक बाग में फेंक दिया गया। घटना के बाद से आरोपी पति सुमित फरार है। पुलिस ने सास, ननद समेत कई लोगों को हिरासत में लिया है। सुमित चार जून को लखनऊ के नाका मोतीनगर में ससुरालीजनों के पास पत्नी को छोड़ने की बात कहकर घर से निकला था।
आम के बाग में मिला शव
नाका मोतीनगर बालिका विद्यालय के पास चारबाग रहने वाले रामशंकर की बेटी पल्लवी ऊर्फ निशा तिवारी की शादी 25 फरवरी को औरैया के सहायल के गांव बर्रु सुमित के साथ हुई थी। शुक्रवार शाम करीब चार बजे पल्लवी का शव संदिग्ध हालात में बर्रु गांव से करीब एक किमी दूर असैनी में राम बल्लभ तिवारी के आम के बाग में पड़ा मिला।

ग्रामीणों की सूचना पर दिबियापुर व सहायल थाने की पुलिस ने पहुंचकर छानबीन की। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए। पल्लवी की कनपटी से खून निकल रहा था। गले में कसाव के निशान थे। एक पॉलिथीन व बैग पड़ा था, जिसमें शादी का कार्ड, साड़ी व चप्पल, कच्चे आम सहित अन्य सामान मिला। 

फोन पर नहीं करवाई बात
पल्लवी के परिजनों के मुताबिक, सुमित कानपुर में प्राइवेट नौकरी करता है और उसके पिता एनटीपीसी में ठेकेदार के साथ काम करते हैं। रामशंकर ने बताया कि सुमित चार जून को बेटी को लेकर लखनऊ आने की बात कहकर घर से निकला था। 

वह उन्नाव में पल्लवी के मौसा के घर पहुंचा। इस दौरान सुमित की उनसे बातचीत होती रही। उससे कई बार कहा कि पल्लवी से बात करा दे, लेकिन उसने बात नहीं करवाई और फोन बंद कर लिया। तब से सुमित का फोन बंद आ रहा था। 

एसपी चारू निगम ने बताया कि परिजनों को सूचना दी गई है। प्राथमिक जांच में विवाहिता की गला दबाकर हत्या करने की बात सामने आई है। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द घटना का राजफाश किया जाएगा।

फेसबुक से दोस्ती के बाद हुई थी शादी
पुलिस ने बताया कि दोनों का संपर्क सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक के माध्यम से हुआ था। बातचीत के दौरान दोनों में प्रेम प्रसंग हो गया। बीती 25 फरवरी को दोनों ने शादी कर ली। 

परिजनों ने बताया कि सुमित की शुक्रवार को बीएससी की परीक्षा थी। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि वह केंद्र पर परीक्षा देने नहीं पहुंचा था। मायके पक्ष का आरोप है कि दहेज को लेकर दंपती में विवाद चल रहा था। ससुरालजन दहेज की मांग कर रहे थे। मांग पूरी न होने पर बेटी को मार दिया।

रामशंकर के पड़ोसी ओम प्रकाश ने बताया कि दोपहर परिजनों को घटना की जानकारी पुलिस से हुई थी। जानकारी मिलते ही वह सभी लोग औरैया के लिए रवाना हो गए। देर रात तक कोई लखनऊ नहीं लौटा था। उनके आने पर ही आगे की कार्रवाई के बारे में पता चल सकेगा।
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