गाजीपुर में अगरबत्ती फैक्ट्री में लगी भीषण आग, लाखों का सामान जलकर राख
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में रविवार की सुबह सैदपुर नगर स्थित एक अगरबत्ती फैक्ट्री में शॉर्ट सर्किट से भयंकर आग लग गई। जिसे दर्जनों युवकों के घंटों मशक्कत के बाद आग को अगल-बगल फैलने से रोकते हुए बुझाया। आग की इस दुर्घटना में फैक्ट्री में पड़ा लाखों रुपए का सामान जलकर राख हो गया।
बता दे की सैदपुर नगर के वार्ड संख्या 12 में नगर पंचायत कार्यालय के पीछे नगर निवासी राजकुमार यादव का दो तल्ला मकान है। जिसमें बड़े पैमाने पर अगरबत्ती बनाने का काम किया जाता था। रविवार की सुबह लगभग 6 बजे आसपास के लोगों को मकान के ऊपरी तल से धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया। जिसकी सूचना लोगों ने तत्काल मकान के ग्राउंड फ्लोर पर रह रहे, फैक्ट्री संचालक राजकुमार यादव के परिजनों को दिया।
लेकिन इससे पहले की आग बुझाने का प्रयास शुरू किया जाता, आग ने विकराल रूप ले लिया। आग बढ़ता देख, तत्काल घर से सभी लोगों को बाहर निकाल लिया गया। इसके बाद मोहल्ले के दर्जनों साहसी युवकों द्वारा समर सेबल की पाइप से आग बुझाने का काम शुरू कर दिया गया। घंटों मशक्कत के बाद आग पर काफी हद तक काबू पाया जा सका। वहीं सूचना पर घटना के लगभग डेढ़ घंटे बाद गाजीपुर जनपद से फायर फाइटर टीम भी मौके पर पहुंच गई। इस तरह सभी के सहयोग से आग पर पूर्ण काबू पाया जा सका।
आग की इस घटना से आहत राजकुमार का परिवार घर के बाहर रोता रहा। राजकुमार यादव ने बताया कि शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी। जिसमें मेरा लाखों रुपए का माल व अन्य समान जलकर नष्ट हो गया है। गनीमत रहा कि इस घटना में कोई जन हानि नहीं हुई। समय रहते मकान से ज्वलनशील वस्तुएं, जैसे की गैस सिलेंडर आदि को बाहर निकाल लिया गया था। इस घटना से मेरे मकान को भी काफी क्षति पहुंची है।
बता दे की क्षेत्र में हो रही आगलगी की घटनाओं में व्यापारियों और किसानों को होने वाले जान माल के नुकसान को देखते हुए, वर्ष 2015 में तत्कालीन प्रदेश सरकार द्वारा सैदपुर के सेहमलपुर गांव में फायर स्टेशन को स्वीकृति दी गई। जिसकी कुल लागत 4 करोड़ 37 लाख के सापेक्ष, लगभग दो करोड रुपए कुछ महीनों बाद ही अवमुक्त कर दिया गया। जिसके बाद फायर स्टेशन का निर्माण शुरू हो गया। लेकिन कुछ महीनों में फायर स्टेशन का निर्माण लगभग 52% संपन्न हो जाने के बाद, प्रदेश में सरकार बदल गई। जिसके बाद से ही इस फायर स्टेशन का निर्माण रुका हुआ है। इस घटना के बाद लोगों ने एक बार फिर, अधूरे फायर स्टेशन के जल्द निर्माण की मांग उठाई है।