मात्र 70 सेकंड में तत्काल की सीटें फुल...ट्रेन में सीट को लेकर मारामारी
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. ट्रेनों में सीट को लेकर इन दिनों मारामारी मची है। तत्काल की बर्थ भी महज 70 सेकण्ड में फुल हो जा रही हैं। यात्री भोर में चार बजे से ही लाइन में लग जा रहे हैं लेकिन हर काउंटर पर लाइन में लगे पहले यात्री को छोड़कर बाकी के हाथ वेटिंग टिकट आ रहा है। कुछ यात्रियों की पूरी रात आरक्षण केंद्र पर बीत रही है लेकिन उन्हें कन्फर्म टिकट नहीं मिल पा रहा। दलालों का ऐसा रैकेट है कि वे सीधे मुंबई से टिकट बुक कराकर मनमाने दाम पर बेच देते हैं।
किसी भी ट्रेन में इन दिनों पैर रखने तक की जगह नहीं है। सर्वाधिक मारामारी मुम्बई, दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में है। ऐसे में कई यात्री तत्काल कोटे से बर्थ लेने के लिए यात्री एक दिन पहले से काउंटर पर लाइन में लग जा रहे हैं। कुछ यात्री तो ऐसे भी हैं, जो लगातार तीन से चार दिन लगातार आरक्षण केन्द्र में ही रात काट रहे हैं लेकिन उन्हें मायूसी ही हाथ लग रही है।
धर्मशाला स्थित पीआरएस काउंटर बढ़ते तापमान के साथ ही शनिवार को लाइन में लगे यात्रियों का भी पारा हाई था। कतार में सबसे आगे खड़े यात्री इस आस में फार्म और पैसा लिए तैयार थे कि इस बार तो उन्हें तत्काल टिकट मिल ही जाएगा। ठीक 10 बजे जैसे ही टिकट विंडो खुली, यात्रियों के हाथ खिड़की के अंदर पहुंच गए। काउंटर पर खड़े पहले यात्री को तो जैसे-तैसे तत्काल में सीट मिल गई लेकिन दूसरे नम्बर पर खड़े यात्री के हाथ वेटिंग आई।
यह देख पीछे लाइन में लगे कुछ यात्री दलालों को कोसते हुए वापस चले गए। देखते ही देखते तत्काल की वेटिंग 50 के पार पहुंच गई। कतार में दूसरे नम्बर पर खड़े बांसगांव के श्रीपत ने बताया कि तत्काल बर्थ पाने के लिए वह भोर में ही आ गए थे। उस समय भी कुछ लोग पहुंच गए थे। उनका दूसरा नंबर था पर कन्फर्म टिकट नहीं मिल पाया। दूसरे काउंटर पर खड़े जानकीपुरम के पंकज ने बताया कि वह दो दिन से आ रहे हैं।
दोनों दिन वेटिंग की स्थिति थी। पता नहीं सीट कहां चली जा रही है। पंकज और श्रीपत की तरह शिवेन्द्र और गोपालपुर के राजीव के हाथ भी वेटिंग टिकट ही आया। तत्काल टिकटों की अधिकतर बुकिंग मुम्बई के पीआरएस सेंटरों से हो जाती है। वहां से बुकिंग कराकर दलाल फ्लाइट से टिकट मंगा लेते हैं और मनमाना शुल्क वसूल कर टिकट बेच देते हैं।