प्यार हुआ, इकरार हुआ, फिर सिपाही का मुकर गया दिल! लेडी कांस्टेबल को करना पड़ा ये काम
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ/उन्नाव. यूपी का उन्नाव जिला पिछले कुछ दिनों से पूरे देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। बीघापुर थाने के डीएसपी रहे कृपाशंकर कनौजिया को आशिकी के चक्कर में डिमोट करने पर पुलिस विभाग में बहस का दौर चल रहा है। कोई यूपी सरकार के इस फैसले को सही तो कोई गलत करार दे रहा है। इस बीच, सदर कोतवाली से इसी से मिलता जुलता केस सामने आया है।
कोतवाली में तैनात महिला सिपाही ने रेप की एफआईआर दर्ज करा दी तो पुलिस सिपाही उससे शादी करने को तैयार हो गया। लोकलाज और नौकरी जाने के डर से पुलिसकर्मी ने यह फैसला लिया। सोमवार को मंदिर में दोनों की शादी हुई और पूरा पुलिस थाना नवदंपती को आशीर्वाद देने के लिए मौजूद रहा।
महिला और पुरुष सिपाही के विवाद का अंत होने के बाद कोतवाली के पुलिसकर्मियों ने राहत की सांस ली। अन्यथा उन्हें अपने ही कोतवाली की महिला पुलिसकर्मी की वजह से दूसरे सिपाही को गिरफ्तार करना पड़ जाता। बताया जा रहा है कि पुरुष सिपाही करीब दो साल से सदर कोतवाली में तैनात है। वहीं, महिला तीन साल से यहां नौकरी कर रही है। करीब डेढ़ साल पहले दोनों में नजदीकी बढ़ी और मामला शादी तक पहुंच गया। गत 19 जून को महिला सिपाही ने शिकायत दी कि उसका प्रेमी अब शादी से मुकर रहा है। उसने उस पर दुष्कर्म और मारपीट समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज करा दी। आरोप लगाया कि सिपाही ने शादी का झांसी देकर उसका शारीरिक उत्पीड़न किया।
महिला और पुरुष सिपाही के बीच विवाद की स्थिति देखकर कोतवाली के अन्य पुलिसकर्मी टेंशन में आ गए। पुरुष सिपाही को भी रिपोर्ट दर्ज होने के बाद नौकरी जाने की चिंता सताने लगी। आखिरकारी समझदारी दिखाते हुए उसने शादी के लिए हामी भर दी। सोमवार को गोकुल बाबा के मंदिर में दोनों परिवार वालों की उपस्थित में पुरुष और महिला सिपाही की शादी हो गई। पूरी कोतवाली के लोग बहुत खुश नजर आए।