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गाजीपुर में 550 ईदगाह और मस्जिदों में पढ़ी गई ईद-उल-अजहा की नमाज, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में बकरीद का त्यौहार यानी कुर्बानी का त्यौहार शांति के साथ मनाया जा रहा है। गाजीपुर शहर, कासिमाबाद, जमानियां, सैदपुर, जखनिया आदि क्षेत्रों में लोगों ने ईद उल अजहा की नमाज अदा की। इसके बाद लोगों ने एक दूसरे को गले लगाया तथा अमन और शांति के लिए दुआएं मांगी गई। वहीं बच्चों में त्योहार को लेकर खुशी खासा उत्साह है।
ईद उल अजहा की नमाज को लेकर डीएम-एसपी भारी फोर्स के साथ सदर कोतवाली के विशेश्वरगंज ईदगाह पर मौजूद रहे। इस दौरान डीएम आर्यका अखौरी ने बताया कि जिला के 550 से ज्यादा जगहों पर ईद उल अजहा की नमाज पढ़ी गई। जिले के सभी ईदगाह व मस्जिदों के आस पास साफ-सफाई के साथ पीने के पानी की भी व्यवस्था की गई थी। खास तौर पर शहर के विशेश्वरगंज ईदगाह पर किया गया था। वहीं डीएम आर्यका अखौरी ने हीट वेब को लेकर लोगों से अपील किया कि सुबह 11 बजे से शाम 3 बजे तक घर से लोग बाहर न निकले।

शमशाद ने बताया कि यह कुर्बानी का त्योहार अल्लाह के एक दूत हजरत इब्राहिम की परीक्षा देने से शुरू होता है। एक वक्त इब्राहिम को ख्वाब में अल्लाह ने दिखाया कि आप की सबसे प्यारी चीज हमारे नाम में कुर्बान करना है। इब्राहिम को अल्लाह ने बहुत ही दुआ मांगने के बाद, मन्नतें मांगने के बाद एक लड़का दिया था। जिसका नाम इस्माइल रखा गया। हजरत इब्राहिम ने अल्लाह की राह में बहुत ही अपनी अजीज चीजों की कुर्बानियां दी। लेकिन उनकी कुर्बानी कबूल नहीं हुई। यह देखकर इब्राहिम ने इस्माइल की कुर्बानी देने की सोच ली।
जिस समय वे कुर्बानी करने के लिए अपने बेटे इस्माइल को पहाड़ी पर लेकर जाते हैं। उसी समय इस्माइल की जगह एक जानवर आ जाता है। उसकी कुर्बानी हो जाती है। जब उन्होंने अपनी आंखें खोली तो देखा कि मेरा बेटा इस्माइल बगल में खड़ा है।

इसी दौरान गैब से आवाज आई यानी आकाशवाणी हुई इब्राहिम तुम अपनी परीक्षा में पास हो गए। मैं तो तुम्हें देखना चाहता था कि तुम अल्लाह से कितनी मोहब्बत करते हो। बस तभी से यहीं से कुर्बानी की परंपरा चली आ रही है। कुर्बानी एक इबादत है।

जिले के जमानियां क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर स्थित ईदगाहों में आज ईद उल अजहा की नमाज शान्तिपूर्ण तरीके से कड़ी सुरक्षा के बीच अदा की गई। जिसके बाद प्रशासन के द्वारा निर्धारित जगहों पर कुर्बानी का दौरान शुरू हो गया। लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद दिया। वहीं प्रशासन ने एहतियातन सुरक्षा के दृष्टिगत चक्रमण कर लोगों को आपसी भाईचारे के साथ त्यौहार मनाने की अपील किया।
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