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CM योगी ने परियोजनाओं की आधी रात परखी हकीकत, निरीक्षण में धीमी मिली रोपवे निर्माण की रफ्तार

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार आधी रात काशी की परियोजनाओं का निरीक्षण किया। दो दिवसीय प्रवास पर आए सीएम ने पहले समीक्षा की फिर विकास योजनाओं की पड़ताल की। अधिकारियों के पेच कसे तो कई परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण भी कर लिया।
सीएम ने आला अधिकारियों के साथ देर रात पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे का निरीक्षण किया। उन्होंने रोपवे स्टेशन पर पार्किंग, लाइटिंग, एक्सेलेटर, रूफटॉप, लिफ्ट एवं कंट्रोल रूम स्थल का निरीक्षण किया। रोपवे ट्रॉली के लिए बनाए जा रहे ट्रैक और प्लेटफार्म को भी देखा, निर्माण कार्य की गुणवत्ता भी परखी।

सीएम ने शहर की सड़कों और वर्तमान स्थितियों का निरीक्षण भी किया, सीएम ने काशी में जाम की समस्या पर नया प्लान बनाने और थानावार जिम्मेदारी तय करने का निर्देश दिया।हालांकि सीएम के आने-जाने के दौरान आधा शहर घंटों जाम की चपेट में रहा। पुलिस ने जगह-जगह बैरियर लगाकर ट्रैफिक को रोक रखा था।

निरीक्षण के दौरान सीएम ने रोपवे की कार्यदायी संस्था से बिंदुवार सवाल दागे तो अफसर बगले झांकने लगे। सीएम ने पूछा, अब तक कितना काम पूरा हुआ? अब कब तक 80 फीसदी काम पूरा हो जाएगा और कब तक 100% होगा? हालांकि अधिकारियों ने बताया कि अब तक तीन स्टेशन पर निर्माण कार्य जारी है, भारत माता मंदिर और इस रथ यात्रा स्टेशन पर कार्य सबसे ज्यादा प्रगति पर है। गोदौलिया पर काम शुरू करा दिया गया, जो अगले सप्ताह तक स्टेशन निर्माण पर पहुंच जाएगा।
निरीक्षण के दौरान कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्य मंत्री रविन्द्र जायसवाल और डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु', महापौर अशोक तिवारी, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सुशील सिंह के अलावा विभागीय अधिकारी एवं कार्यदायी संस्था के अभियंता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोपवे स्टेशन पर निरीक्षण में काम की रफ्तार को धीमा पाया। 1 वर्ष से अधिक होने के बावजूद काम 50 फीसदी काम के अधूरा होने पर नाराजगी भी जताई। विश्व समुद्रा को काम में तेजी लाने और युद्धस्तर पर करने का निर्देश दिया। कामगारों की संख्या बढ़ाकर दोनों शिफ्ट में काम चलाने की बात कही।

कमिश्नर, डीएम, वीडीए और अन्य संस्थाओं को रोपवे निर्माण की राह में आने वाली दुश्वारियों को दूर करने का निर्देश भी दिया। इसके साथ ही अधिकारियों को जनता की सहूलियत और जन सुविधाओं पर सजगता और सक्रियता की बात भी कही। लगभग एक घंटे तक निरीक्षण के बाद सीएम सर्किट हाउस रवाना हो गए।

कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने सीएम को अब तक हुए कार्यों का विवरण मैप पर दिखाया। इसमें नक्शे के अनुसार अब तक पूरे हुए काम, अधूरे काम और आगामी कार्य को अलग-अलग बांटा गया। प्रोजेक्ट रिपोर्ट दिखाते हुए अधिकारियों ने बताया कि कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक 3.75 किमी लंबा रोपवे मई 2025 तक चालू हो जाएगा। एक वर्ष से पहले ही हम इसको पूरा कर देंगे।

807 करोड़ रुपए से निर्माणाधीन रोपवे के लिए उपकरण स्विटजरलैंड और रोप ऑस्ट्रिया से आ रहे हैं। उपकरण इंस्टाल का काम स्विट्जरलैंड की कंपनी बर्थोलेट कर रही है। काशी विद्यापीठ और रथयात्रा के रोपवे स्टेशन में काम काफी आगे बढ़ गया है। इसके लिए ट्राली यानि गंडोला का प्लेटफॉर्म बनाया जा रहा है। गिरजाघर चौराहे पर अब रोप-वे टर्मिनल का पिलर नहीं लगाया जाएगा, शाही नाले के कारण पिलर के स्थान को शिफ्ट किया गया है।
दो दिवसीय दौरे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की लंबी मीटिंग ली। वाराणसी जोन के अधिकारियों के पेंच कसे तो विधायकों से भी सवाल किए। कानून व्यवस्था और वारदातों पर सीएम सख्त दिखे और हर जिले-जोन में सख्ती बरतने के निर्देश दिए।

सीएम ने स्पष्ट किया कि पीआरवी एवं पिकेट की तैनाती प्रभावी तरीके से की जाए ताकि महिलाएं एवं आमजन पूरी तरह भयमुक्त होकर आवागमन कर सकें। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर बारीक नजर रखने तथा भ्रामक खबरों पर सख्ती बरतने की बात भी कही।

सीएम ने मंत्री, विधायक, एमएलसी समेत सभी जनप्रतिनिधियों से भी उनके क्षेत्र में विकास परियोजनाओं पर सवाल किए। जनता से परस्पर संवाद, जन समस्याओं में भागीदारी और निर्माणाधीन परियोजनाओं को समय से पूर्ण कराए जाने को जवाबदेही सुनिश्चित करने को कहा।

सीएम ने पीएम के संसदीय क्षेत्र काशी की गरिमा याद दिलाते हुए प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया। कहा कि ऐसा कार्य करें की, अपने उद्देश्य की पूर्ति करते दिखाई दे। अधिकारियों से जनप्रतिनिधियों की शिकायतों, सुझाव और सूचनाओं पर गंभीरता बरतने को कहा।

शहर में सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने हेतु ट्रैफिक जाम की समस्या के समुचित समाधान करने के साथ ही इसके लिए जवाबदेही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। सीएम के सामने जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने निर्माणाधीन कुल 63 परियोजनाओं के प्रगति की जानकारी दी।
सीएम ने नगर निगम तथा सिंचाई विभाग से वरुणा नदी की साफ-सफाई कराने और शहर में पेयजल की समस्या के तत्काल समाधान के निर्देश दिया। कहा कि नव शहरी क्षेत्रों में अमृत योजना 2 के अंतर्गत पेयजल, सीवर की स्थिति, अधूरे कार्य में कार्य की गुणवत्ता समयावधि में पूरे हो। किसी दशा में पावर-कट न हो।

कनेक्टिविटी की परियोजनाओं में संबंधित कार्यदायी एजेंसियों को सड़क बनाते समय रिहायशी इलाकों के मानक को भी ध्यान में रखना चाहिए। प्रत्येक निर्माणाधीन परियोजना के लिए जनपद स्तर पर नोडल अधिकारियों नामित किया जाय, जो समय-समय पर उसकी प्रगति एवं गुणवत्ता की मॉनिटरिंग करें।

समीक्षा बैठक में इनकी रही मौजूदगी
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, राज्य मंत्री रविन्द्र जायसवाल और आयुष मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु', जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, महापौर अशोक तिवारी, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, एमएलसी अश्वनी त्यागी, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक टी. राम, विधायक सुशील सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप सिंह पटेल, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया, ज्वाइंट कमिश्नर पुलिस डॉ के. एजिलरसन, डीआईजी ओमप्रकाश सिंह, व अन्य विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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