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अब्बास अंसारी गाजीपुर जिला जेल से मुहम्मदाबाद पैतृक आवास पहुंचा, मुख्तार के फातिहा में होगा शामिल

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी को कासगंज जिला जेल से रविवार की सुबह 4.30 बजे गाजीपुर जेल लाया गया था। सोमवार की सुबह अब्बास अंसारी को पुलिस कस्टडी में उनके पैतृक आवास मोहम्मदाबाद ले जाया गया। जहां वह पिता की मौत के बाद आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल होगा। मुहम्मदाबाद से आज शाम अब्बास अंसारी को पुनः जिला जेल गाजीपुर लाया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने पिता मुख्तार अंसारी की मौत के बाद आयोजित हो रही प्रार्थना सभा में उन्हें शामिल होने की इजाजत दी है। अब्बास 10 से 12 जून तक गाजीपुर में रहेगा। उन्हें परिवार से मिलने की अनुमति भी मिली है।

अब्बास अंसारी को पिता मुख्तार अंसारी की प्रार्थना सभा में भाग लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट से पैरोल मिली है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार अब्बास अंसारी को आज जिला जेल से मुहम्मदाबाद आवास ले जाया गया है। 10 और 11 जून को उसे मुहम्मदाबाद उसके पैतृक आवास पुलिस कस्टडी में रखा जायेगा। दोनों दिन रात में उसे जिला जेल में ही रखा जाएगा। दिन में वो अपने परिजनों के साथ रह सकेगा। इससे पहले अब्बास अंसारी को 10 अप्रैल को भी अपने पिता की कब्र पर फातिहा पढ़ने के लिये पैरोल मिली थी। सूत्रों की मानें तो अब्बास अंसारी को जिला जेल के बैरक नंबर 10 में रखा गया है। जहां कभी उसके पिता मुख्तार अंसारी को रखा जाता था। अफजाल अंसारी को भी सजा के दौरान इसी बैरक में रखा गया था।

अब्बास अंसारी मऊ सदर से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से विधायक है। फिलहाल कासगंज की जेल में बंद है। अब्बास अंसारी के पिता मुख्तार अंसारी की मौत 28 मार्च को बांदा के मेडिकल कालेज में हो गयी थी। मुख्तार अंसारी को 30 मार्च को उसके पैतृक कब्रिस्तान मुहम्मदाबाद के कालीबाग में दफन किया गया था।

मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने की अनुमति अब्बास अंसारी को नहीं मिल सकी थी। लेकिन बाद में उसे पैरोल मिली थी। वो अपने पिता की फातिहा में शामिल हुआ था। अब एक बार फिर मुख्तार अंसारी के लिये प्रार्थना सभा आयोजित होनी है, जिसमें शामिल होने के लिए अब्बास अंसारी पुलिस कस्टडी में गाजीपुर पैतृक आवास पहुंच चुका है।

आज और उसके अगले दिन 11 जून को अब्बास को पुलिस कस्टडी में मुहम्मदाबाद ले जाया जायेगा। उसके बाद 12 जून की रात 12 बजे के बाद कभी भी अब्बास अंसारी को कासगंज जेल के लिए रवाना कर दिया जायेगा।

सुभासपा विधायक अब्बास प्रयागराज में मनी लॉड्रिंग केस में 18 नवंबर 2022 से चित्रकूट जेल में बंद था। अब्बास को ED ने 4 नवंबर, 2022 को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था। इस दौरान पूछताछ में सहयोग न करने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद 14 तक कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। 18 दिसंबर को उसे पहले नैनी और फिर चित्रकूट जेल भेज दिया गया था।

10 फरवरी, 2023 को चित्रकूट जेल में अब्बास से मिलने के लिए उसकी बीवी निखत अंसारी चोरी-छिपे पहुंची थी। इस बात का इनपुट पहले से ही अधिकारियों को मिल गया था। जेल में डीएम अभिषेक आनंद और एसपी वृंदा शुक्ला ने छापा मारकर दोनों को पकड़ा था। निखत के पास से विदेशी करेंसी और मोबाइल बरामद किया गया था। मामले ने तूल पकड़ा तो जांच के लिए SIT बनाई गई थी।

जांच में सामने आया कि जेल मैन्युअल के खिलाफ निखत को अब्बास से मिलाने में जेल प्रशासन से लेकर कई लाेग शामिल हैं। इसके बाद अब्बास समेत 5 आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई। आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। इनमें निखत का ड्राइवर नियाज, सहयोगी शहबाज आलम के अलावा चित्रकूट निवासी सपा नेता फराज खान और कैंटीन के सप्लायर नवनीत सचान आरोपी हैं।

SIT ने जांच के दौरान जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर, जेलर संतोष कुमार और वार्डर जगमोहन की भी मामले में संलिप्तता पाई। इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया। मामले में अब तक 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस समय निखत जमानत पर है। वहीं मामले में अन्य आरोपी जेल में बंद हैं। अब्बास को 15 फरवरी 2023 को चित्रकूट जेल से कासगंज जिला जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। अब्बास हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है।
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