गाजीपुर में मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने के नाम पर मांगे 300 रूपए, हुई नोकझोंक
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के जखनियां सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में 12 बजे बच्चों के दाखिला दिलाने के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट दिलाने के नाम पर लोगों ने 1 रूपए का पर्ची तो खरीद लिया। जिसपर चिकित्सक ने दवा का नाम भी लिख दिया, लेकिन जब स्टाम्प लगाना हुआ तो 300 रूपए की डिमांड की गई। आठ बच्चों का 2400 रूपए के बगैर मेडिकल सर्टिफिकेट ना बनाए जाने का पीड़ित ने आरोप लगाया।
देखते ही देखते अस्पताल में भीम आर्मी के नेता मनोज गौतम, अधिवक्ता सुभाष यादव सहित अन्य लोग अस्पताल पहुंचे और चिकित्सा प्रभारी जोगेंद्र यादव इस बात को लेकर कहासुनी हो गई।
भुड़कुड़ा कोतवाली अंतर्गत परसपुर गांव निवासी अविनाश राम ने कहा कि जब अपने परिवार के आठ बच्चों को जवाहर नवोदय विद्यालय में दाखिला कराने के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने आया तो 300 रूपए का डिमांड किया गया, नहीं देने पर इन्होंने सादात और गाजीपुर के लिए रेफर कर दिया।
चिकित्सा प्रभारी डा.जोगेंद्र यादव ने कहा कि मेरे पास लैब टेक्नीशियन सहित कर्मचारी नहीं थे जिसको लेकर मेडिकल सर्टिफिकेट बनाना उचित नहीं था, इसलिए सादात सामुदायिक स्वास्थ्य के लिए रेफर किया गया। उन्होंने पीड़ित के आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि मेडिकल पर्ची को भी फाड़ के फेंक दिए। और जो आरोप लगाया वह पूरी तरह से निराधार है।
भीम आर्मी के नेता मनोज गौतम ने कहा कि मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर पैसे का डिमांड किया गया। जब पैसे नहीं दिया तो उसका खर्च को रेफर कर दिया। इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है। साथ ही उन्होंने उच्च अधिकारियों से मांग किया, जखनियां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य छवि के लोगों की जरूरत है।