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मुख्तार अंसारी की फातिहा में शामिल होगा पुत्र अब्बास...सुप्रीम कोर्ट ने अनुमति दी

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को पिता के फातिहा में शामिल होने की अनुमति दे दी है। 10 से 12 जून तक अब्बास को कासगंज जेल से लाकर गाजीपुर जेल में रखा जाएगा। वहां से उसे तीनों दिन पुलिस हिरासत में सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक घर जाने दिया जाएगा।
13 जून को उसे वापस कासगंज जेल लाया जाएगा। SC ने कहा कि जेल से बाहर रहने के दौरान अब्बास न कोई भाषण दे, न मीडिया से बात करें। कोर्ट ने इससे पहले 10 अप्रैल को पिता मुख्तार के फातिहा में शामिल होने की इजाजत दी थी। अब्बास अंसारी कई संगीन आपराधिक मुकदमों में आरोपी है और कासगंज जेल में बंद है।

बांदा जेल में 28 मार्च को दिल का दौरा पड़ने से मुख्तार अंसारी की मौत हो गई थी। 30 मार्च को मुख्तार का शव पैतृक कब्रिस्तान में दफनाया गया। उसे गाजीपुर के मोहम्मदाबाद के कब्रिस्तान में दफन किया गया था।

मुख्तार अंसारी के जनाजे में अब्बास के शामिल होने के लिए अंसारी परिवार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। लेकिन पीठ के समक्ष अर्जी पर सुनवाई न हो पाने के कारण अब्बास को जमानत नहीं मिल सकी। वह जनाजे में शामिल नहीं हो सका था। इसके बाद परिवार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद एक बार फिर अब्बास को फातिहा में शामिल होने की इजाजत मिल गई है।

9 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस केवी विश्वनाथन की खंडपीठ ने आदेश दिया कि अब्बास को अनुष्ठान में शामिल होने के लिए 9 अप्रैल की शाम तक उसके घर गाजीपुर ले जाया जाए। 13 अप्रैल को कासगंज जेल वापस लाया जाए।

सुभासपा विधायक अब्बास प्रयागराज में मनी लॉड्रिंग केस में 18 नवंबर 2022 से चित्रकूट जेल में बंद था। अब्बास को ED ने 4 नवंबर, 2022 को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था। इस दौरान पूछताछ में सहयोग न करने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद 14 तक कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। 18 दिसंबर को उसे पहले नैनी और फिर चित्रकूट जेल भेज दिया गया था।

10 फरवरी, 2023 को चित्रकूट जेल में अब्बास से मिलने के लिए उसकी बीवी निखत अंसारी चोरी-छिपे पहुंची थी। इस बात का इनपुट पहले से ही अधिकारियों को मिल गया था। जेल में डीएम अभिषेक आनंद और एसपी वृंदा शुक्ला ने छापा मारकर दोनों को पकड़ा था। निखत के पास से विदेशी करेंसी और मोबाइल बरामद किया गया था। मामले ने तूल पकड़ा तो जांच के लिए SIT बनाई गई थी।

जांच में सामने आया कि जेल मैन्युअल के खिलाफ निखत को अब्बास से मिलाने में जेल प्रशासन से लेकर कई लाेग शामिल हैं। इसके बाद अब्बास समेत 5 आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई। आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। इनमें निखत का ड्राइवर नियाज, सहयोगी शहबाज आलम के अलावा चित्रकूट निवासी सपा नेता फराज खान और कैंटीन के सप्लायर नवनीत सचान आरोपी हैं।

SIT ने जांच के दौरान जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर, जेलर संतोष कुमार और वार्डर जगमोहन की भी मामले में संलिप्तता पाई। इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया। मामले में अब तक 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस समय निखत जमानत पर है। वहीं मामले में अन्य आरोपी जेल में बंद हैं। अब्बास को 15 फ़रवरी 2023 को चित्रकूट जेल से कासगंज जिला जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। अब्बास हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है।

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