मायावती ने भतीजे आकाश से उत्तराधिकार छीना, कहा- मेच्योर नहीं है
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद से सभी जिम्मेदारियां छीन ली हैं। बसपा प्रमुख ने मंगलवार रात करीब 10 बजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी और नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाया। मायावती ने स्पष्ट किया कि आकाश के पिता आनंद कुमार पार्टी में अपनी जिम्मेदारियां निभाते रहेंगे।
यह एक्शन तीसरे चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद लिया गया। आकाश ने पिछले दिनों एक के बाद एक भाजपा पर बयान दिए थे। इस एक्शन को उससे जोड़कर भी देखा जा रहा है।
मायावती ने सोशल मीडिया X पर लिखा, 'पूर्ण परिपक्वता ना होने की वजह से उन्हें दोनों पदों की अहम जिम्मेदारी से हटाया जाता है।'
मायावती ने सोशल मीडिया पोस्ट से दी फैसले की जानकारी...
2. इसी क्रम में पार्टी में, अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही, श्री आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता (maturity) आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है।
— Mayawati (@Mayawati) May 7, 2024
बिजनौर में तू-तड़ाक कर भाषण दिया
6 अप्रैल को आकाश आनंद ने लोकसभा चुनाव को लेकर पहली जनसभा बिजनौर में की। कहा था- भाजपा सरकारी खर्चे पर अपनी योजनाओं का बखान कर रही है। प्रदेश सरकार को खुद को 'बुलडोजर सरकार' कहलवाना बहुत अच्छा लगता है। लेकिन जनता ने सरकार को तोड़ने के लिए नहीं, जोड़ने के लिए चुना था।
भाजपा को गद्दार और घमंडी बताया
24 अप्रैल को संत कबीर नगर में कहा- भाजपा गद्दार और घमंडी है। ये कहते हैं कि इन्होंने राम मंदिर बनवाया। तुम कौन होते हो भगवान को लाने वाले? तुम इंसान होकर भगवान को लाने की बात कर रहे हो। मंदिर तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बनना शुरू हुआ और पैसे जनता के लग रहे है, इसमें भाजपा का क्या लगा है।
पेपर लीक वालों को जमीन में गाड़ देना चाहिए
25 अप्रैल को आकाश आनंद ने आजमगढ़ में कहा- सरकारी नौकरियों के लिए पेपर देते हो और वो लीक हो जाता है, तो मन करता है जिसने पेपर लीक किया, उसका गूदा निकालकर जमीन में गाड़ दें। उन्होंने सपा को देशद्रोही और गद्दार कहा था।
भाजपा आतंकवादी सरकार है
28 अप्रैल को सीतापुर में कहा था- भाजपा की सरकार बुलडोजर सरकार नहीं, बल्कि आतंकवादी सरकार है। इसने आवाम को गुलाम बनाकर रखा है। अब ऐसी सरकार को उखाड़कर फेंकना है। जो सरकार रोजगार और पढ़ाई नहीं दे सकती, उसे सत्ता में रहने का कोई हक नहीं। अगर ऐसे लोग आपके बीच वोट मांगने आते हैं, तो जूता निकालकर रेडी कर लीजिए। वोट की जगह जूता मारने का वक्त आ गया है।
एक्सपर्ट बोले- आकाश हटाने की 2 वजह
बीएसपी को लंबे समय से कवर कर रहे वरिष्ठ पत्रकार प्रभा शंकर ने आकाश आनंद को पद से हटाए जाने की तीन वजह बताई...
बसपा ने आकाश आनंद को सोशल मीडिया के साथ यूथ पॉलिटिक्स पर फोकस करने के लिए आगे बढ़ाया था। लेकिन वह लगातार बीजेपी और सरकार पर टारगेट कर रहे थे।
आकाश पार्टी के लिए काम न करने की बजाय विवादित बयानबाजी करने लगे। जैसा आजमगढ़, सीतापुर में उन्होंने बयान दिया। इसीलिए उनका चुनाव प्रचार भी पार्टी ने रद्द कर दिया गया था।
5 महीने पहले घोषित किया था उत्तराधिकारी
10 दिसंबर 2023 को बसपा ने यूपी-उत्तराखंड के नेताओं की बैठक बुलाई थी। बैठक में मायावती ने अपने सबसे छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित किया था। पार्टी की विरासत और राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए अपने भतीजे पर विश्वास जताया। डेढ़ घंटे मीटिंग चली थी।