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शादी के एक हफ्ते बाद पति को छोड़…प्रेमी के साथ भाग गई प्रेमिका, घरवालों ने किया ये घिनौना काम!

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. कानपुर के सचेंडी में शनिवार को टायर गोदाम के पास मृत मिले अजय कमल की हत्या का राजफाश करते हुए वारदात में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। अजय की हत्या उसकी पत्नी आकृति के परिजनों ने अन्य युवक बजरंगी उर्फ महावीर के साथ मिलकर की थी। जिसके लिए बजरंगी को 50 हजार रुपये भी दिए गए थे। आकृति के परिजन आकृति द्वारा अंतरजातीय विवाह करने और अजय के परिजनों द्वारा टिप्पणी करने से अपमानित महसूस करते थे। अजय को शुक्रवार शाम वैन से अपहरण कर गला घोटकर फेंक दिया गया।
सचेंडी के चकरपुर में टायर गोदाम के पास भिसार और वर्तमान में चकरपुर निवासी अजय कमल का शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंटकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी। अजय के परिजनों ने हाईवे पर शव रखकर जाम लगाया था। 

अजय के पिता कन्हई की तहरीर पर उसकी पत्नी आकृति के परिजनों समेत नौ लोगों के विरुद्ध हत्या, बलवा और एससी/एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की जांच में पुलिस ने घटना में शामिल आकृति के पिता राजबहादुर, भाई शरद, पड़ोसी मीना, सत्यम व बजरंगी उर्फ महावीर को गिरफ्तार कर लिया। 

डीसीपी विजय ढुल ने बताया कि घटना में शामिल अजय की पत्नी आकृति की मां लालती देवी और अजय की हत्या में शामिल ईको वैन का चालक अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।

डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि शादी से पहले अजय और आकृति का प्रेम प्रसंग था। आकृति के परिजनों ने उसकी शादी 17 अप्रैल को कानपुर देहात रनियां के सूरजपुर गांव निवासी समर प्रताप से कर दी थी, लेकिन शादी के एक हफ्ते बाद वह ससुराल से वापस अपने मायके भिसार गांव आ गई। दो दिन बाद अजय कमल के साथ भागकर शादी कर ली और चकरपुर में किराए पर कमरा लेकर साथ रहने लगी। 

आकृति के पिता राजबहादुर ने बताया कि अजय के परिजनों उनके परिवार पर आकृति को लेकर टीका टिप्पणी करते थे, जिससे उनका परिवार खुद को अपमानित महसूस करता था। इसलिए उन्होंने अजय कमल की हत्या की योजना बनाई।
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