प्यार में टूटी मजहब की दीवारें, शिफा ने संध्या बनकर प्रेमी के साथ मंदिर में लिए सात फेरे
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, अमरोहा. यूपी के अमरोहा में एक प्रेमी युगल ने प्यार के खातिर मजहब की दीवार तोड़ दी। दरअसल अपने प्यार की खातिर अमरोहा की शिफा ने सनातन धर्म अपना लिया। वह शिफा से संध्या बन गई और रविवार को आर्य समाज मंदिर में विधि विधान के साथ शादी भी कर लिया। उन्होंने बताया कि शुरुआत से ही वह शाकाहारी थीं। सनानत धर्म से प्यार था। गौमाता सेवा ट्रस्ट के लोगों ने वर और वधू को आशीर्वाद दिया।
शिफा अमरोहा के बाजार रज्जाक मोहल्ले की रहने वाली है। प्राइवेट जॉब करने के लिए वह मुरादाबाद आ गई। करीब दो साल पहले उनकी मुलाकात एक दोस्त के जरिये पाकबड़ा के रहने वाले अनमोल से हुई। कुछ दिन में ही दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हो गया। बात शादी तक पहुंच गई। इस बीच शिफा का मुस्लिम धर्म आड़े आ गया। इस पर शिफा ने धर्म परिवर्तन कर सनानत धर्म अपना लिया। शिफा से अपना नाम बदलकर संध्या रख लिया। इस दौरान वह गौसेवा ट्रस्ट के सचिन सक्सेना के संपर्क में आ गई। ट्रस्ट ने रविवार को आर्य समाज मंदिर में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार संध्या और अनमोल की शादी करवा दी। आचार्य प्रेमदेव शास्त्री ने विवाह की रस्म अदा करवाई। गवाह की भूमिका निभाई अनन्या रानी और दीपक कुमार ने। गौसेवा ट्रस्ट के सचिन और अन्य लोगों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया।
शिफा उर्फ संध्या ने बताया कि उसे सनातन धर्म में आकर काफी अच्छा लग रहा है। सनातन धर्म के माध्यम से ही मेरा विवाह हुआ है। शुरुआत से ही सनानत धर्म से प्यार था। किसी भी दबाव में या किसी भी बहकावे में आकर ऐसा नहीं कर रही हूं। मैं अपने पूरे होशो हवास में सनातन धर्म को अपनाकर अनमोल को अपना पति माना है। गौसेवा ट्रस्ट के सचिव सचिन सक्सेना ने बताया कि शिफा ने धर्म परिवर्तन करने के साथ ही अपना नाम भी बदल कर संध्या रख लिया है। अनमोल और संध्या शादी करके खुश हैं।