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गाजीपुर में दरोगा की पत्नी और बेटों को लेखपाल ने पीटा

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के सैदपुर तहसील में दरोगा की पत्नी और उसके दो बेटों को लेखपालों द्वारा पिटाई करने का मामला सामने आया है। जिसके बाद तहसील में हंगामा शुरू हो गया। रोती चिल्लाती महिला के साथ खड़े हुए तहसील के आक्रोशित वकीलों और लेखपालों के बीच कहा सुनी होने लगी।
मामला बिगड़ता देख, कुछ ही देर में सैदपुर कोतवाल महेंद्र सिंह मौके पर पहुंच गए। तहसील के अधिकारियों, लेखपालों और वकीलों के साथ आधे घंटे चली बैठक के बाद मामला शांत हो हुआ।

बता दें कि शनिवार की दोपहर को सैदपुर के नरायनपुर ककरहीं गांव निवासी ममता पत्नी महेंद्र यादव अपने दो बेटों प्रियांशु और पीयूष के साथ सैदपुर तहसील आई थी। उन्हें सैदपुर सादात हाईवे मार्ग में जाने वाली अपनी जमीन के संबंध में लेखपाल अमित सिंह से मिलना था। काफी देर इंतजार करने के बाद, महिला लेखपाल से मिली। आरोप है कि महिला ने उनसे कहा कि आप रोज-रोज हमें दौड़ा रहे हैं, लेकिन काम नहीं कर रहे हैं। इस पर लेखपाल ने महिला को डांट दिया।

लेखपाल द्वारा मां को डांटता देख पास मौजूद उसके दोनों पुत्रों ने लेखपाल को कायदे से बात करने के लिए कहा। इसी बात को लेकर लेखपाल अपने अन्य साथी लेखपालों के साथ दोनों युवकों को पीटने लगे। साथ ही छुड़ाने पहुंची उसकी मां को भी लेखपालों द्वारा पीटा गया। महिला और उसके दोनों बेटे लेखपाल कक्ष की तरफ से रोते, चिल्लाते, दौड़ते हुए तहसील गेट की तरफ बाहर निकले और सभी को पूरी बात बताई।

मामला पता चलने पर तहसील के वकीलों में आक्रोश फैल गया। जिसके बाद आक्रोशित वकीलों और लेखपालों में तनातनी के बीच धरपकड़ होने लगी। सूचना पर कुछ ही देर में मौके पर कोतवाल महेंद्र सिंह भी पहुंचे। इसके बाद बीच बचाव करते हुए नायब तहसीलदार विजयकांत पांडे, सभी को तहसील के सभागार में ले गए।

जहां दरवाजा बंद करके आधे घंटे तक सभी ने आपस में बातचीत की। मौके पर पहुंची पीड़ित महिला ने लेखपाल अमित प्रताप सिंह सहित दो अन्य लेखपालों पर अपने और अपने बेटों के साथ मारपीट किए जाने का आरोप लगाया।

महिला ने बताया कि उसके पति भदोही जनपद में पुलिस दरोगा के पद पर कार्यरत हैं। तहसील में लेखपाल द्वारा मुझे और मेरे बच्चों को डंडे, हेलमेट और थप्पड़ से बहुत मारा गया। पति ड्यूटी पर रहते हैं। इसलिए बीते कई दिनों से सैदपुर सादात मार्ग पर बनने वाले हाईवे में जाने वाली जमीन को लेकर, सैदपुर तहसील में दौड़ भाग कर रही हूं।

लेखपाल पैसे की मांग कर रहे थे और बार-बार तहसील बुला रहे थे। लेखपाल से बस रोज-रोज दौड़ाए जाने की बात पूछ ली, इसी पर वह भड़क गए और अपने साथियों के साथ मुझे और मेरे बच्चों को जमीन पर गिरा कर मारने लगे। जब हम लोग जान बचाकर भागने लगे, तो गेट बंद करवा दिया। नायब तहसीलदार विजयकांत पांडे ने बताया कि किस बात को लेकर वकील और लेखपाल के बीच तनातनी हुई इसकी जांच कराई जा रही है। महिला की बातों को भी सुना गया है। मामले के संबंध में कोई लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।
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