गाजीपुर सिटी स्टेशन तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेन में जरूरी मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के जमानियां अंतर्गत करीब 25 किमी लम्बे दिलदारनगर तारीघाट ब्रांच लाइन पर गाजीपुर सिटी स्टेशन तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेन में यात्रियों के लिए जरूरी मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव बना हुआ है। ट्रेन के विभिन्न कोचों में बने शौचालयों में गंदगी है, तो कईयों के दरवाजे टूटे पड़े हुए हैं।
यही नहीं इस पैसेंजर ट्रेन के कोच में पेयजल के लिए बनाए गए बूथों की टोटिया टूटने के साथ ही इनमें भी गंदगियां पसरी हैं। जिसके कारण यात्रियों को ट्रेन में यात्रा के दौरान महिला, पुरुषों और बच्चों सहित मरीजों और अन्य लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बावजूद रेलवे बेहतर सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर लापरवाह बना हुआ है।
यात्रियों ने बताया कि इस असुविधाओं के कारण प्यास लगने या शौच लगने पर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कहा कि मजबूरी में यात्रियों को प्यास लगने पर बाजार से बंद बोतल का पानी खरीद कर यात्रा करना पड़ता है।
बताया कि जबकि शौच लगने पर उन्हें या तो ट्रेन रुकने का या फिर खुले में शौच करने को मजबूर होना पड़ता है। जो सरकार के खुले में शौच मुक्त के अभियान की पोल खोल रहा है। लोगों ने कहा कि शौचालयों के टूटे दरवाजे और बूथों में पेयजल की टूटे टोटियों की मरम्मत करा पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाए। ताकि सहूलियत हो सके।
लोगों ने बताया कि इस ब्रांच लाइन पर चलने वाली पैसेंजर 8 बोगियों और 720 सीटर युक्त है, जो दिन में तीन बार अप, डाउन करती है, जिससे हर रोज हजारों यात्री यात्रा करते हैं। बावजूद ट्रेन में पेयजल की समुचित व स्वच्छ व्यवस्था और शौचालयों के टूटे दरवाजे होने से दोनों सुविधाएं शोपीस बनकर रह गई हैं। लोगों ने बताया कि ऐसा तब है कि पूरे देश में प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान और शुद्ध पेयजल को लेकर प्रयासरत है।
पूर्व मध्य रेलवे के यातायात निरीक्षक (टीआई) संजय प्रसाद ने बताया कि कोच में स्थित शौचालयों के टूटे दरवाजे और पेयजल बूथ की टूटे टोटियों को जल्द दुरुस्त करा बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराया जाएगा।