गाजीपुर में अंतिम संस्कार में शामिल होने आये युवक की गंगा नदी में डूबकर मौत
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के सैदपुर नगर स्थित जौहरगंज श्मशान घाट पर बुधवार की शाम को गांव की एक वृद्ध महिला के अंतिम संस्कार के दौरान, गंगा नदी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। घटना के 15 मिनट बाद मृत अवस्था में युवक का शरीर नदी से निकाला गया। सूचना पर पहुंची पुलिस द्वारा सैदपुर कोतवाली में शव का पंचनामा किया जा रहा है।
बता दें कि खानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ऊंचौरी गांव निवासी पूर्व प्रधान स्वर्गीय सुभाष यादव की पत्नी वासमती देवी का अंतिम संस्कार करने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण सैदपुर नगर स्थित जौहरगंज श्मशान घाट आए थे। शाम को अंतिम संस्कार के बाद सभी ग्रामीण श्मशान घाट के पास गंगा नदी में स्नान कर रहे थे। तभी ऊंचौरी गांव निवासी युवक गोलू गोंड (22) पुत्र राधेश्याम गोंड ने पास में खड़ी एक नाव से नदी में छलांग लगा दिया।
जब कुछ मिनट बाद भी गोलू पानी से नहीं निकला, तो ग्रामीणों को आशंका हुई। जिस पर ग्रामीण नदी में उसकी तलाश करने लगे। 15 मिनट बाद जब गोलू को नदी से ढूंढ कर निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो गई थी। इस पर ग्रामीण हैरान थे कि गोलू अच्छा तैराक होने के बावजूद, उथले पानी में कैसे डूब गया। इस दौरान ग्रामीणों ने देखा की गोलू के सिर में गंभीर चोट लगी थी। तब ग्रामीणों को समझ में आया कि कम गहराई वाले पानी में सिर के बल ऊंचाई से छलांग लगाने के कारण गोलू का सर जमीन के पत्थर से टकरा गया था।
युवक सैदपुर नगर स्थित एक रेस्टोरेंट पर काम करता था। वह अपने दो भाइयों में छोटा था। पिता स्कूल बस ड्राइवर है। गोलू का बड़ा भाई मानसिक रूप से बीमार है। लोगों ने बताया कि बासमती देवी के अंतिम संस्कार के लिए गांव पर जब बांस की टिक्ठी बन रही थी, तब गोलू ने मजाक में बढ़ई से पूछा था कि आप सबकी टिक्ठी बनाते हैं, जब आप मारेंगे तब आपकी टिक्ठी मैं बनाऊंगा।
इस पर बढ़ई ने भी मजाक में गोलू से कहा कि कौन पहले मरेगा इसका क्या भरोसा? कहीं ऐसा ना हो कि मुझसे पहले तुम ही मर जाओ और तुम्हारी टिक्ठी भी मुझे ही न बनानी पड़े। गोलू की मौत के बाद बढ़ई के साथ की गई गोलू की इसी बात को याद कर, उसकी मां तारा देवी, दोस्त और ग्रामीण रोते रहे। चर्चा करते रहे कि आखिरकार मजाक में की गई बात सच साबित हो गई।