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अब्बास अंसारी को जेल में हत्या का डर, कोर्ट से कहा- खाने में दिया जा सकता है जहर

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मुख्तार अंसारी के बेटे और सुभासपा विधायक अब्बास को खाने में जहर देकर मारने की साजिश का डर सता रहा है। अब्बास ने 7 दिन पहले हुई पेशी में कोर्ट से कहा-मुझे खाने में जहर दिया जा सकता है। इस पर CJM कोर्ट ने जेल प्रशासन को आदेश दिया कि बंदी को सीसीटीवी की निगरानी में रखा जाए। खाने की जांच भी कैमरे के सामने हो।
वहीं, अब्बास की 3 दिन की पैरोल शुक्रवार को खत्म हो गई। शनिवार सुबह 4:36 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच उसे गाजीपुर से कासगंज जेल के लिए रवाना किया गया। वह शाम तक कासगंज जेल पहुंच जाएगा।

अब्बास अंसारी के वकील लियाकत अली ने बताया कि मुख्तार की मौत के बाद 6 अप्रैल को गाजीपुर सीजेएम कोर्ट में एक मुकदमे में सुनवाई हुई। इसमें वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अब्बास अंसारी की पेशी हुई थी। इस दौरान अब्बास ने कहा था कि कासगंज जेल अधिकारियों की मिलीभगत से उन्हें खाने में जहर देकर मारा जा सकता है।

लियाकत अली ने बताया, सुनवाई के दौरान अब्बास अंसारी ने सीजेएम के सामने एक प्रार्थना पत्र भी दिया। साथ ही मौखिक रुप से भी कहा कि जेल में उन्हें विरोधियों से जान का खतरा है। यह वही लोग हैं, जो उनके पिता की हत्या में शामिल हैं। उनके द्वारा लगातार जेल प्रशासन से मिलकर कासगंज जेल में मेरी हत्या का प्रयास किया जा रहा है।

कोर्ट में दिए लेटर में लिखा कि उनके खाने में भी जहर मिलाया जा सकता है। डॉक्टर कोई भी जांच कैमरे की निगरानी में नहीं करते हैं। इस प्रार्थना पत्र पर CJM द्वारा जेल सुपरिंटेंडेंट कासगंज को आदेश पारित किया गया है कि सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में उनके खाने की जांच कराई जाए। उनको भी सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा जाए।

बता दें कि मुख्तार अंसारी की मौत के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अब्बास को 10 अप्रैल मंगलवार से 3 दिनों की पैरोल पर गाजीपुर ले आया था। यहां उसने पिता की कब्र पर जाकर फातिहा पढ़ी और परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद 13 अप्रैल को वापस कासगंज जेल के लिए रवाना किया गया।

12 मार्च को अब्बास अंसारी से मिलने के लिए परिजन गाजीपुर जिला कारागार पहुंचे। जेल में परिवार के लोग लगभग 2 घंटे तक अब्बास से बात-मुलाकात की थी।

बता दे की सुभासपा विधायक अब्बास प्रयागराज में मनी लॉड्रिंग केस में 18 नवंबर 2022 से चित्रकूट जेल में बंद था। अब्बास को ED ने 4 नवंबर, 2022 को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था। इस दौरान पूछताछ में सहयोग न करने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद 14 तक कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। 18 दिसंबर को उसे पहले नैनी और फिर चित्रकूट जेल भेज दिया गया था।
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