महिला और पुरुष सिपाही के अफेयर और मौत की कहानी...मर्डर या सुसाइड में उलझी दोनों की मौत
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. प्रयागराज में मंगलवार रात बंद कमरे में महिला कॉन्स्टेबल प्रिया और सिपाही राजेश वैष्णव की लाश मिली। सिपाही का शव पंखे से लटक रहा था, जबकि कॉन्स्टेबल की लाश बेड पर पड़ी थी। इस मामले को पहले सुसाइड बताया गया।
बाद में लड़की के गर्दन पर मिले निशान से माना गया कि राजेश ने प्रिया की हत्या की है। फिर सुसाइड कर लिया। अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में लड़की की मौत का कारण जहर और लड़के का हैंगिंग आया है। यूपी पुलिस के 2019 बैच की प्रिया और 2020 बैच के राजेश वैष्णव के बीच 3 साल से अफेयर था।
राजेश पहले से शादीशुदा था। पत्नी से तलाक का मामला चल रहा था। राजेश की पत्नी भी कॉन्स्टेबल है। इस बीच, राजेश का मन बदल गया। उसका अपनी पत्नी से समझौता हुआ और वह राजेश के साथ रहने लगी। यह बात महिला सिपाही को नागवार गुजरी और यहीं से उनके बीच विवाद शुरू हो गया।
पूरा मामला शाहगंज थाना के मिन्हाजपुर इलाके का है। राजेश 16 अप्रैल को ड्यूटी पर नहीं गया था। उसका फोन भी नहीं उठ रहा था, तो साथी पुलिसकर्मी उसका पता लगाने लगे। दूसरी तरफ महिला कॉन्स्टेबल का दरवाजा सुबह से ही नहीं खुला था।
पड़ोसियों ने दरवाजा खटखटाया, तो अंदर से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। इस पर पुलिस को सूचना दी गई। शाम करीब 7 बजे शाहगंज, कोतवाली थाने की फोर्स के साथ DCP मौके पर पहुंचे। कड़ी मशक्कत के बाद दरवाजा खोला, तो अंदर दोनों का शव मिला।
फोरेंसिक की 2 टीम ने जांच-पड़ताल की। प्रिया की गर्दन पर चींटियां रेंग रही थीं। पड़ोसियों से पूछताछ में पता चला कि राजेश अक्सर प्रिया से मिलने आता था। दोनों के बीच रिश्तों की कहानी भी सामने आ रही है।
2020 बैच के सिपाही राजेश वैष्णव मूल रूप से मथुरा का रहने वाला था। उसकी पत्नी नीतू 2011 बैच की कॉन्स्टेबल है। नीतू की तैनाती इन दिनों कासगंज में है। राजेश की पोस्टिंग 2020 से ही प्रयागराज में है। पहले वह CO शाहगंज की पेशी में तैनात था। बाद में ACP कोतवाली के यहां अटैच हो गया।
प्रिया को 29 फरवरी 2024 को पर्यटन थाने में तैनात किया गया। इससे पहले 3 साल से प्रिया की तैनाती भी पेशी कार्यालय में थी। ACP पेशी कार्यालय में तैनाती के दौरान ही राजेश और प्रिया की मुलाकात हुई थी। धीरे-धीरे दोनों में नजदीकियां बढ़ने लगीं। पहले प्रिया दूसरी महिला सिपाहियों के साथ लॉज में रहती थी। राजेश से अफेयर होने के बाद उसने अलग मकान ले लिया था।
राजेश ने ही प्रिया को शाहगंज थाना क्षेत्र के मिन्हाजपुर इलाके में मकान दिलवाया था। यह मकान थाने के बहुत करीब था। राजेश और प्रिया को अक्सर पेशी कार्यालय, शाहगंज थाने में साथ देखा जाता था। मिन्हाजपुर में मकान के आसपास रहने वाले बताते हैं कि राजेश और प्रिया अक्सर साथ आते-जाते थे। कभी-कभी वो लोग साथ रहते थे।
राजेश और प्रिया के मोबाइल चैट से दोनों के रिलेशनशिप को लेकर कई अहम बात सामने आई है। प्रिया से अफेयर के बाद राजेश अपनी सिपाही पत्नी को तलाक देना चाहता था। इसके लिए उसने अर्जी भी डाली थी। वह तलाक लेकर प्रिया से शादी भी कर लेता लेकिन पत्नी नीतू, ससुराल वालों और घरवालों का दबाव आने लगा।
मामला मीडिएशन सेंटर में गया। समझौते की कोशिश हो रही थी। इस बीच, पत्नी के घरवालों ने राजेश को आगरा बुलाया। वहां समझौते की बात हुई। बताते हैं कि इसी के बाद अप्रैल महीने में राजेश की पत्नी नीतू प्रयागराज आ गई। एक हफ्ते तक वह राजेश के साथ रही।
पत्नी नीतू के साथ राजेश शाहगंज थाने में बने क्वार्टर में रहने लगा। यही राजेश और प्रिया के बीच विवाद का कारण बना। प्रिया को लगने लगा कि अब राजेश का तलाक नहीं होगा। वह राजेश पर शादी का दबाव बनाने लगी और इसी को लेकर कहासुनी बढ़ने लगी। राजेश का मन भी बदल रहा था। वह तलाक देने से पीछे हटने लगा था। इसी बीच मंगलवार को यह वारदात हो गई।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में राजेश की मौत का कारण हैंगिंग है। जबकि प्रिया की मौत के कारण जहरीला पदार्थ आया है। इसके बाद पुलिस की जांच और उलझ गई है। क्योंकि पुलिस यह मानकर चल रही थी कि राजेश ने पहले गला दबाकर प्रिया को मारा, फिर पंखे से झूलकर सुसाइड कर लिया।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर प्रिया की मौत जहर से हुई, तो उसकी गर्दन दबाने की जरूरत क्यों पड़ी? साथ ही अगर लड़ाई-झगड़े के बाद दोनों ने सुसाइड का फैसला किया, तो दोनों ने जहर क्यों नहीं खाया। जब प्रिया जहर खा रही थी, तो राजेश भी जहर खाकर जान दे सकता था।
उसे फांसी लगाने की जरूरत क्यों पड़ी। मौत की मिस्ट्री सुसाइड और हत्या में लटकी हुई है। पड़ोसियों ने बताया है कि राजेश प्रिया के घर मंगलवार सुबह करीब 11 बजे पहुंचा था। दोपहर में वह 5 मिनट के लिए प्रिया के घर से अपने ऑफिस गया और वापस आ गया।
शवों के पोस्टमॉर्टम से साफ है कि प्रिया और राजेश की मौत दोपहर में 1 से 2 बजे के करीब हो चुकी थी। जबकि दोनों के शव 7 बजे बरामद हुए थे। DCP सिटी दीपक भूकर का कहना है कि दोनों की लाशें मिलने के बाद शवों का पोस्टमॉर्टम कराया गया। राजेश ने फांसी लगाई, यह साफ है। प्रिया की मौत को लेकर एक्सपर्ट की राय ली जा रही है। गर्दन पर चींटी क्यों लगी। नीला निशान क्यों बना है, इसे लेकर जांच आगे हो रही है। किसी के भी चरित्र पर कोई भी सवाल ठीक नहीं।