गाजीपुर में मुख्तार अंसारी की कब्र पर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे विधायक और चर्चित सियासी चेहरे
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनके कब्र पर लोगों का आना और श्रद्धांजलि अर्पित करने का क्रम लगातार जारी है। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के नेता के साथ ही साथ बिहार प्रदेश के राष्ट्रीय जनता दल से जुड़े भी नेता पहुंच रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष वसीम अकरम ने बताया कि मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल नहीं हो पाया। आज उन्हें मिट्टी देने और फातिहा पढ़ने उनके कब्र पर आया हूं।
इस दौरान वसीम अकरम कहा कि मुख्तार अंसारी को कौन नहीं जानता लेकिन उनसे हमारी कभी मुलाकात नहीं हुई। उनके लोगों से हमारी जान पहचान थी। इस दौरान उन्होंने कहा की गोदी मीडिया मुख्तार अंसारी को माफिया कह रही है। मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक से बताई जा रही है। लेकिन हकीकत है कि उन्हें जहर देकर मारा गया है।
अब्बास अंसारी के पैरोल पर उन्होंने कहा कि सरकार और यहां की डीएम चाहती तो उन्हें मिट्टी देने के लिए ला सकते थे। लेकिन राम रहीम को पैरोल मिल रहा है। ऐसे में देखा जाए की राम रहीम का चरित्र क्या है। अब्बास अंसारी का चरित्र क्या है। एक बेटे को अपने बाप के मिट्टी देने से रोका गया। आज 95 पर्सेंट लोग रो रहे हैं। 5% जो गरीबों का दमन करते थे, आज वह जश्न मना रहे हैं।
मुख्तार अंसारी की कब्र पर श्रद्धांजलि देने का सिलसिला लगातार जारी है। तमाम आम लोगों के साथ-साथ सपा के कई विधायक और नेताओं ने मुहम्मदाबाद के काली बाग कब्रिस्तान पहुंच कर मुख्तार अंसारी की कब्र पर मिट्टी देकर फूल चढ़ाएं। इस दौरान कई जिले के नेताओं, विधायकों ने मुख्तार की कब्र पर श्रद्धांजलि दी।
वहीं गाजीपुर सदर सीट से सपा विधायक जै किशुन साहू, चंदौली के सकलडीहा सीट से सपा विधायक प्रभु नारायण यादव, संभल के सपा नेता जहीर आलम ने काली बाग कब्रिस्तान पहुंच कर मुख्तार को श्रद्धांजलि दी।
28 मार्च को मुख्तार अंसारी की मौत के बाद से ही मुहम्मदाबाद फाटक पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों के आने जाने का सिलसिला लगातार जारी है। इनमें तमाम बड़ी-बड़ी राजनैतिक लोग भी शामिल है। अब तक फाटक पहुंचने वालों में स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्मेंद्र यादव, ओवैसी, राम अचल राजभर के अलावा पूर्व मंत्री एवं जमानिया विधायक ओम प्रकाश सिंह, विधायक डॉ. वीरेंद्र यादव, रागिनी सोनकर, लालजी वर्मा, शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा, राममूर्ति वर्मा, विजय लाल यादव, रामवृक्ष यादव, जहीर आलम, संग्राम यादव, राम गोविंद चौधरी, अम्बिका चौधरी समेत दर्जनों विधायक और अन्य राजनैतिक चेहरे शामिल रहे।