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अफजाल अंसारी बोले- मुख्तार की बीवी अफशां ​​​​​​​सरेंडर कर दें; उमर अंसारी ने कहा- पिता के नक्शेकदम पर चलूंगा

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में गुरुवार मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल ने कहा, ''मैंने मुख्तार की बीवी अफशां को सरेंडर कर देना चाहिए। उनके वकील कोर्ट में न्यायिक प्रक्रिया अपनाएं। अब्बास अंसारी पर कोई गंभीर केस नहीं है। वह जल्द ही जेल से बाहर होगा।
वहीं गुरुवार शाम को ही मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी का बयान सामने आया। उसने कहा, ''मेरे पिता ने ही ये बात बताई थी कि उन्हें खाने में जहर दिया जा रहा है। हमारे पिता गरीबों के मसीहा थे। वो सबकी मदद करते थे। इस लिए मैं उनके नक्शेकदम पर चलूंगा।''

अफजाल ने कहा कि अब्बास अंसारी के रिहाई का अब एक ही तरीका है। पैरोल के लिए हाईकोर्ट जाना होगा। जिसके लिए हम गए भी थे, लेकिन न्यायाधीश के नहीं बैठे होने के कारण उन्हें पैरोल नहीं मिल सका।

अफजाल ने कहा कि मुख्तार के 40वें और 10वें का मतलब नहीं है। हमारी ख्वाहिश है कि हम उनकी जमानत उससे पहले कराएं। सरकार अपने अमानवीय कृत्य को सफल करने के लिए उसमें भी बाधा पहुंचाने का प्रयास करेगी। लेकिन हम बेल कराने का प्रयास करेंगे।

अफजाल ने कहा कि उस पर मुकदमा ही क्या है। इसलिए मैं बहुत कुछ कहना नहीं चाहता, अब्बास बहुत जल्द ही बाहर होगा। जिस दिन कोर्ट में डेट लगेगी, बेल करवाने की कोशिश की जाएगी।

अब्बास के ऊपर मऊ में चुनाव के दौरान कई सारे मुकदमे दर्ज किए गए। शूटिंग के मामले को लेकर भी मुकदमे दर्ज हैं। ज्यादातर मामलों में उनकी जमानत हो गई है। सिर्फ तीन मामले ऐसे हैं, जिसमें उनका एप्लिकेशन हाईकोर्ट में पेंडिंग है।
बता दें कि अफशां पर कई मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई भी की जा चुकी है। असफां फरार चल रही है। पुलिस की ओर से उस पर 75 हजार का इनाम भी घोषित किया गया है। अफशां गाजीपुर में मुहम्मदाबाद के दर्जी मोहल्ला की रहने वाली हैं।

बता दें कि मुख्तार के जेल जाने के बाद से ही उसके सारे कामकाज अफशां ही संभालती थी। उस पर जमीन की खरीद-फरोख्त, फर्जी तरीके से जमीन पर कब्जा कर आर्थिक लाभ लेना और सरकारी भूमि को रसूख के दम पर अपने नाम कराने जैसे कई मामले दर्ज हैं।

मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने कहा, ''जहर देने का इल्जाम तो खुद पिताजी ने ही लगाया था कि उनको जहर दिया गया। हमने तो उनके बाद कहना शुरू किया। कोई व्यक्ति जो बिल्कुल फिट हो, अचानक खाना खाने के बाद बीमार हो जाए। जब वो खाना खाने के बाद बेहोश हो गए। उसके बाद उन्होंने अदालत में ये लिखित दिया था कि उनकी तबीयत खराब है।''
उमर ने कहा, ''जब वो बेहोश होकर गिर गए, उनको बांदा मेडिकल कालेज के ICU में भर्ती किया गया। कोई ICU में स्वस्थ भी हो जाता है तो उसे ऑब्जर्वेशन में रखा जाता है। लेकिन उन्हें जेल भेज दिया गया। हमारे आरोप सच साबित होते जा रहे हैं।''

उमर ने कहा, ''उनके इंतकाल के तीन घंटे पहले मेरी बात हुई थी, जिसका ऑडियो वायरल है। मैंने साफ किया है ये स्वाभाविक मौत नहीं, ये सुनियोजित हत्या है।''

अब्बास अंसारी के सवाल पर उमर ने कहा कि हमारे बड़े भाई विधायक हैं। सुप्रीम कोर्ट बंद होने की वजह पिता की मौत ओर वो आ नहीं पाए। पिता सब कुछ होता है। एक पुत्र अपने पिता के लिए कुछ कर नहीं सका। उमर ने कहा कि वो गरीबों की मदद करते थे। उनकी लड़ाई लड़ते थे, वो रास्ता मेरे लिए छोड़ गए हैं।

हम गरीबों को लामबंद करके उनकी मदद करेंगे। उमर ने कहा कि कतर, दुबई, मॉरिशस, सिंगापुर, अमेरिका, इंग्लैंड से लोग कॉल कर रहे हैं। जो गरीब जनता है, वो लगातार आ रही है। उनके जनाजे ने मीडिया के प्रोपेगंडा का भी जनाजा निकाल दिया।

उमर अंसारी ने कहा, ''मेरे पिता को कोई भी कुछ भी कहे, वह गरीबों के रहनुमा थे। वो कभी ढाल बनकर खड़े रहे, तो कभी तलवार बनकर लड़े।'' अपनी मां अफशां अंसारी के सवाल पर उमर ने कहा कि मेरी वकील से बात हुई है और उम्मीद करते हैं कि जल्द उनको कानूनी रेमेडी मिलेगी। कानूनी रूप से हम अपनी लड़ाई को जारी रखेंगे।
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