यात्रीगण... इस रूट पर ट्रेनों की रफ़्तार होगी तेज, जानें किस स्पीड से दौड़ेंगी रेल गाड़ियां, यात्रियों को फायदा
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश के लखनऊ- गोरखपुर रूट पर ट्रेनों की गति बढ़ाने की योजना पर काम तेज कर दिया गया है। चार महीने बाद लखनऊ से गोरखपुर रूट पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाकर 130 किलोमीटर प्रतिघंटा करने की तैयारी है। इस रूट पर ट्रैक का काम पूरा होने के बाद अब ऑटोमेटिक सिग्नलिंग का काम किया जा रहा है।
एब्सोल्यूट सिग्नल को बदलकर ऑटोमोटिक सिग्नल से ट्रेनों का संचालन सुरक्षित तो होगा ही साथ ही लेटलतीफी की समस्या से भी निजात मिलेगी। पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह के मुताबिक कुछ ही माह में ट्रेनों की स्पीड बढ़ाई जाएगी, इससे यात्रा के दौरान समय की बचत होगी।
वहीं गोरखपुर को राजधानी एक्सप्रेस की सौगात भी मिल सकती है। लंबे समय से यह डिमांड की जा रही है। जिन शहरों से नई दिल्ली तक राजधानी एक्सप्रेस जा रही है, उसकी रफ्तार 130 किलोमीटर प्रतिघंटा है। इसके साथ ही रेल प्रशासन ने गोरखपुर के रेलवे स्टेशन के यार्ड में भी ट्रेनों की गति बढ़ा दी है। लूप लाइन (स्टेशन और यार्ड) में ट्रेनें 10 किलोमीटर प्रति घंटे की जगह अब 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगी हैं।
ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम की मदद से ट्रेनें एक के पीछे एक कतार में चल सकेंगी। इससे खड़ी ट्रेनों को आगे वाली ट्रेन के अगले स्टेशन तक पहुंचने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। स्टेशन यार्ड से ट्रेन के आगे बढ़ते ही पीछे वाली ट्रेन को भी ग्रीन सिग्नल मिल जाएगा। यानी, एक ब्लॉक सेक्शन में एक के पीछे दूसरी ट्रेनें चलती रहेंगी।
नई व्यवस्था में स्टेशन यार्ड के डबल डिस्टेंस सिग्नल से आगे प्रत्येक एक किलोमीटर पर सिग्नल लगाए जाएंगे। सिग्नल के सहारे ट्रेनें एक-दूसरे के पीछे चलती रहेंगी। अगर आगे वाले सिग्नल में तकनीकी खामी आती है तो पीछे चल रही ट्रेनों को भी सूचना मिल जाएगी। जो ट्रेनें जहां रहेंगी, वहीं रुक जाएंगी।