विदाई के बाद ससुराल नहीं पहुंची दुल्हन, जब हकीकत पता चली तो उड़ गए होश...
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, रामपुर. लोकतंत्र के पर्व में मतदान की अहमियत न समझने वालों को रामपुर जिले के आगापुर गांव के पुष्पेंद्र सिंह यादव से सीख लेने की जरूरत है। उन्हें जता दिया कि मतदान कोई छुट्टी का दिन नहीं है, जिसे घूमने फिरने में बर्बाद किया जाए। यह एक जिम्मेदारी है और इसमें भागीदारी सुनिश्चित करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। इस कर्तव्य को हम कोई वजह बताकर टाल नहीं सकते हैं, फिर चाहे वह हमारी शादी ही क्यों न हो।
सिविल लाइंस क्षेत्र कोतवाली के आगापुर गांव निवासी पुष्पेंद्र की भी गुरुवार को बदायूं के बिसौली तहसील के ग्राम मौकमपुर की शिवि से शादी हुई थी। उनकी शादी का समारोह चंदौसी के एक होटल में हुआ। शुक्रवार को विदाई हुई।
दोपहर बाद पुष्पेंद्र बारात लेकर रामपुर पहुंचे। उन्हें पता था कि लोकसभा चुनाव के लिए मतदान है। उन्होंने घर जाने से पहले मतदान करने की इच्छा जताई, जिसका सम्मान करते हुए स्वजन ने गाड़ी पहले आगापुर के प्राथमिक विद्यालय पर रुकवा ली। यहां बने बूथ पर पुष्पेंद्र और उनके छोटे भाई उपेंद्र समेत अन्य स्वजन ने वोट डाला। इस दौरान नई नवेली दुल्हन को घूंघट में देख लोग हक्के बक्के रह गए।
दूल्हा और दुल्हन को देखने के लिए भीड़ लग गई। स्नातक और बीएड पास पुष्पेंद्र का कहना था कि मतदान हमारा अधिकार है। हमारे एक वोट से हम सही सरकार चुन सकते हैं। उन्होंने लोगों से मतदान की अपील की। गांव के प्रधान राज बहादुर यादव और उनके भाई राम बाबू यादव ने बताया कि इस मतदान केंद्र पर 6192 वोट थे, जिसमें 2547 लोगों ने वोट डाले।