मैं तो एक सिपाही हूं, सामने कोई भी हो लड़ूंगा - पारस नाथ राय
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. चुनाव मैं अकेले नहीं लड़ रहा हूं। संगठन मेरे साथ खड़ा है। उक्त बातें गाजीपुर सीट से लोकसभा प्रत्याशी पारस नाथ राय ने कही। उन्होंने आगे कहा कि जब मुझे प्रत्याशी घोषित किया गया तब मैं क्लास में पढ़ा रहा था। एक सवाल के जवाब ने उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी से कभी भी टिकट नहीं मांगा था। पार्टी ने मुझे यह जिम्मेदारी दी है तो मैं उसका निर्वहन करुंगा।
पारस नाथ के बेटे आशीष राय के मुताबिक, पिता अपने समधी व आजमगढ़ के किशुनदासपुर निवासी पद्मश्री अशोक भगत को अपना राजनीतिक गुरू भी मानते हैं। अशोक भगत को झारखंड के गुमला जिले के विशुनपुर में विकास भारती संस्था से जुड़े कार्यों के लिए केंद्र सरकार ने 2019 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
सिखड़ी ग्राम के निवासी पारस नाथ राय को भाजपा प्रत्याशी बनाए जाने पर पार्टी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष प्रमोद वर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं में पारस राय को प्रत्याशी बनाए जाने पर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर किया। इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष धर्मवीर राजभर, महामंत्री पीयूष सिंह, व्यापारी नेता अशोक गुप्ता, बाजार प्रमुख धर्मेंद्र चौरसिया, वरिष्ठ नेता इंद्रदेव कुशवाहा सहित प्रमुख लोग उपस्थित रहे।