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पृथ्वी गर्म हो रही है...हीटबेव का अलर्ट! उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भीषण गर्मी से लोग परेशान

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. पृथ्वी गर्म हो रही है और उसका असर दिख रहा है। यही कारण है कि देश के कई शहरों में भीषण गर्मी होने की सूचना ने हर किसी की चिंता बढ़ा दी है। राजनीतिक दल भी चिंतित हैं कि कहीं तेज गर्मी चुनावी उत्सव को फीका न कर दे।
फोटो ANI
फिलहाल हीट वेव से बचाव का इंतजाम करने के लिए नगर निगम को जिम्मेदारी दी गई है, इससे साफ है कि लखनऊ भी उन शहरों में शामिल होगा, जहां अधिक गर्मी पड़ने की आशंका जताई जा रही है।

त्रैमासिक चरणों का बनने वाले प्लान के लिए नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह ने अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव और पर्यावरण अभियंता संजीव प्रधान को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। इस प्लान में उन इलाकों को भी शामिल किया जाएगा, जहां गर्मी अधिक महसूस होती है। इसमे ऐसी सड़कें जिनके किनारे घने पेड़ नहीं है। ऐसी लंबी सड़कें, जिनके किनारे से पेड़ गायब हो चुके हैं।

पर्यावरण अभियंता संजीव प्रधान का कहना है कि कई बिंदुओं को शामिल कर प्लान तैयार किया जाएगा, इसमे खासतौर पर उन इलाकों को भी शामिल किया जाएगा, जहां गर्मी अधिक पड़ती है या फिर धूप का सीधा असर होता है। हीटवेव से संभावित प्रभावित लोग उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा है कि हीटवेव से विशेष तौर पर कमजोर व्यक्ति, वृद्ध, रोगी और श्रमिकों को स्वास्थ्य संबंधित गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

आवश्यक आंकड़ों को एकत्र करना, जिसमे स्वास्थ्य डेटा, सभी कारणों से होने वाली मृत्यु डर का डेटा, भारतीय मौसम विभाग का तापमान और आद्र्रता का डेटा यह इंतजाम भी करने होंगे। हीट वेव को लेकर नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने भी निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि मार्च में अधिक गर्मी होने को देखते हुए मौसमी बीमारियां (हीट रिलेटेड इलनेसेज) कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है।

भीड़ भाड़ वाली इलाकों में शीतल और शुद्ध पेयजल का इंतजाम करना गर्मी से बचाव के लिए शेल्टर होम बनाना व्यस्त इलाकों में मौसम के पूर्वानुमान और तापमान का डिस्प्ले करना हीट वेव से बचाव के उपायों का प्रचार प्रसार करना। इसमे स्कूल कालेजों को भी शामिल किया जाए।

गर्मी से बचाव के लिए पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं। रविवार को भी अधिकारियों के साथ बैठक की गई है। ऐसी ऊंची बिल्डिंगों को चिंहित किया जा रहा है, हर कमरे में ऐसी चल रहा है। ऐसे लोगों से कहा जाएगा कि एसी का उपयोग सभी कमरों में न करके उसे सीमित कर दें। निर्माण स्थलों पर यह सुनिश्चित कराया जाएगा, वहां पर पीने के पानी का पर्याप्त इंतजाम हो, ओआरएस का पाउडर और शेल्टर का इंतजाम करें। कोशिश होगी कि वाहनों का जाम कम किया जाए, जिससे वाहनों से निकलने वाली गैस को कम किया जाएगा। नगर निगम लोगों को जागरुक करेगा कि लाल बत्ती पर वाहन को बंद कर दें। जगह-जगह पौशाला लगाई जाएंगी। पेड़ों पर लगातार पानी भी डाला जाएगा। इन्द्रजीत सिंह नगर आयुक्त लखनऊ.
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