तालाब में डूबकर 4 बच्चों की मौत, 2 बच्चे एक ही परिवार के
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. आजमगढ़ में बुधवार को तालाब में डूबने से 4 बच्चों की मौत हो गई। मरने वाले सभी बच्चे 10 साल से कम उम्र के हैं। बच्चे तालाब में नहाने गए थे। तालाब किनारे पहुंचे एक व्यक्ति को चारों बच्चों के कपड़े देखकर शक हुआ। जिसके बाद शवों को बाहर निकाला जा सका।
घरवाले चारों बच्चों को जौनपुर जिले के एक हॉस्पिटल में ले गए। जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। मगर, वहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। मामला दीदारगंज थाना क्षेत्र के कुशल गांव का है।
कुशल गांव में रहने वाले चारों बच्चे यश (10) अंश (7) कमलेश कुमार (10) और राजकमल (8) गेहूं के खेल में बाल बीनने गए थे। चारों वहां से किसी को जानकारी दिए बिना पास के ही तालाब में नहाने चले गए। करीब दो घंटे के बाद गांव के कुछ लोग जानवरों को पानी पिलाने के लिए तालाब किनारे गए तो देखा कि बच्चों के कपड़े वहां रखे हैं पर आसपास कोई नहीं था। लोगों को शक हुआ तो गांव वालों को बुलाया और तालाब में बच्चों की तलाश की जाने लगी।
चारों बच्चों को तालाब से निकाला गया। सभी को जौनपुर जिले के अस्पताल भेजा गया। मगर, बच्चों की हालत नाजुक देखते हुए जौनपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया।
कमलेश के तीन बच्चे थे। जिसमें बेटी के बाद दो बेटे राजकुमार और राजकमल थे। इस हादसे में दोनों की जान चली गई। कमलेश दिल्ली रहकर प्राइवेट काम करता है। पहले गांव में मनरेगा की मजदूरी करते थे। लेकिन यहां परिवार का गुजारा नहीं हुआ तो दिल्ली रहकर काम करने लगे। पत्नी के साथ बच्चे गांव में रहते थे।
हादसे में जान गंवाने वाले अंश के पिता जयचंद गुजरात में रहकर काम करते हैं। पिछले महीने गांव आए थे परिवार में रहकर 20 दिन पहले ही यहां से गुजरात चले गए। पहले जयचंद भी गांव में रहकर मनरेगा की मजदूरी करते थे।
तालाब में डूबने वाले यश के पिता राम लौटन गांव में रहते हैं और यहीं रहकर मजदूरी करते हैं। हादसे के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ा टूट पड़ा है।
एसपी ग्रामीण चिराग जैन का कहना है कि मामले की जानकारी मिलने पर दीदारगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। इन बच्चों का कल पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा.