गाजीपुर जिले में गर्मी से सुराही और घड़े की मांग बढ़ी
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में गर्मी का मौसम शुरू होते ही लोगों को ठंडा पानी पीने की तलब लगने लगी है। जिसे देखते हुए सैदपुर में जगह-जगह मिट्टी से बने सुराही और घड़े की दुकानें भी सज गई हैं। जहां लोग पानी को ठंडा बनाए रखने के लिए मिट्टी के घड़े की खरीदारी करते दिखे।
गर्मियों के सीजन शुरू होते ही लोग ठंडा पानी पीने के लिए मिट्टी के घड़े और सुराही का उपयोग करने लगते हैं। जिसमें पानी भरकर रखने से वह ठंडा बना रहता है। जिसे लोग गर्मियों के समय में इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आधुनिकता के आगे पानी को ठंडा बनाए रखने का यह परंपरागत उपाय, धीरे-धीरे कमजोर होता जा रहा है। जिससे इसकी बिक्री बुरी तरह प्रभावित हुई है।
आधुनिकता के इस दौर में भी बहुत से लोग इलेक्ट्रिक फ्रिजर द्वारा अप्राकृतिक तरीके से ठंडा किए गए पानी को पीने से परहेज करते हैं। वह आज भी गर्मियों के सीजन में मिट्टी के घड़े से ठंडे पानी का सेवन करते हैं। बहुत से लोग रेफ्रिजरेटर के पानी को पीना पसंद नहीं करते। कुछ जागरूक लोग रेफ्रिजरेटर से ठंडा किए गए पानी को सेहत के लिए नुकसानदेह मानते हैं।
वर्षों से वाराणसी सैदपुर सहित आसपास क्षेत्र के लिए मोक्ष प्राप्त करने का स्थान माना जाता रहा है। यहां मोक्ष के लिए बड़ी संख्या में आसपास के जनपदों से लोग अपने परिजनों के मृत शरीर का अंतिम संस्कार करने के लिए शव लेकर आते हैं। चूंकि मृत शरीर को मिट्टी की उपाधि भी दी गई है। इसलिए लोगों का मानना है कि जहां मुक्ति के लिए सभी मिट्टी लेकर जाते हैं, वहां से मिट्टी लाना अशुभ है। यही कारण है कि सैदपुर सहित पूरे गाजीपुर जिले में, वाराणसी से मिट्टी के सुराही और घड़े आदि को नहीं लाया जाता है।