बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को जौनपुर से दिया टिकट
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, जौनपुर. उत्तर प्रदेश के जौनपुर लोकसभा सीट पर चुनाव अब त्रिकोणीय हो गया है। भाजपा, सपा और बसपा ने अपने पत्ते खोल दिए हैं और उनके प्रत्याशी मैदान में आ गए हैं। पहले भाजपा ने कृपा शंकर सिंह को टिकट दिया। उसके बाद 14 मार्च को समाजवादी पार्टी ने बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट थमाया तो राजनीतिक हलचलें तेज हो गईं। इसके अगले ही दिन बसपा ने सबको चौंकाते हुए श्रीकला धनंजय सिंह को टिकट थमा दिया। श्रीकला सिंह को टिकट मिलने के बाद पूरा चुनाव त्रिकोणीय हो गया।
दरअसल, आदर्श चुनाव आचार संहिता लगने के बाद से ही धनंजय सिंह ने चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोंक दी थी। धनंजय सिंह को सपा से टिकट मिलने की अफवाहों ने भी चुनाव को गरम कर दिया था। हाल के दिनों में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ एक समारोह में खींची गई उनकी फोटो भी वायरल होने लगी थी। हालांकि, धनंजय सिंह को एक मामले में 7 साल की सजा हो गई। इसके बाद उनका चुनाव लड़ना मुश्किल हो गया। लोगों को लगा कि अगर धनंजय सिंह नहीं तो फिर उनके परिवार से कौन चुनाव लड़ेगा। सबसे पहले बात उनके पिता एवं पूर्व विधायक राजदेव सिंह कि सामने आई। श्रीकला धनंजय सिंह के भी मैदान में उतरने की अटकलें लगने लगीं। हालांकि, इन सब कवायदों के बीच सपा से ही टिकट मिलने की उम्मीद धनंजय परिवार पाले हुए था।
समाजवादी पार्टी से टिकट मिलने की उम्मीद लिए धनंजय सिंह जेल तो चले गए, लेकिन उम्मीदें जताई जा रही थीं कि उनकी पत्नी श्रीकला धनंजय सिंह या पिता राजदेव सिंह को समाजवादी पार्टी टिकट दे सकती है, लेकिन बीते 14 अप्रैल को समाजवादी पार्टी ने बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट थमाया तो सभी कयासों पर पूर्ण विराम लग गया। सपा से झटका मिलने के बाद धनंजय सिंह का चुनाव भी अधर में लटक गया, क्योंकि बसपा सुप्रीमो मायावती से उनकी अदावत सभी को याद थी और वहां से टिकट मिलने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही थी।