मैं शिक्षक रहा हूं, चाणक्य का शिष्य हूं, जातिगत समीकरण तोड़ना आता है - पारसनाथ राय
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में लोकसभा चुनाव और प्रत्याशियों की घोषणा होते ही चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। वहीं भाजपा प्रत्याशी पारसनाथ राय सपा प्रत्याशी से मुकाबले को लेकर बोले कि मैं शिक्षक रहा हूं, चाणक्य का शिष्य हूं। नंद वंश का नाश कैसे होता है, यह मैं जानता हूं।
पारसनाथ राय |
बता दें कि पारसनाथ राय भाजपा से प्रत्याशी हैं और गाजीपुर जिले में उनका मुकाबला अफजाल अंसारी से है। आगे पारसनाथ राय ने का कहा कि पार्टी का आभार है कि मुझ जैसे साधारण कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाया है।
उन्होने कहा कि सभी कार्यकर्ता प्रसन्न हैं और उन कार्यकर्ताओं से मिल रहे स्नेह और सम्मान से मै अविभूत हूं। एक सवाल के जबाब पर उन्होंने कहा कि मैं एक शिक्षक हूं, चाणक्य का शिष्य हूं और नंदवंश का नाश कैसे हो यह मैं जानता हूं।
लोकसभा में जातिगत समीकरण के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूरे देश में जातिगत समीकरण टूटे हैं अगर जाति का फार्मूला लागू होता तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं होते। पिछले चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के बावजूद मनोज सिन्हा 2014 के मुकाबले एक लाख 48 हजार मत ज्यादा पाये थे।
इससे यह प्रतीत होता है कि जिले में जाति गठबंधन टूटे हैं। 2019 के चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के बावजूद भी भाजपा ने पूरे प्रदेश में परचम लहराया है। इस अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार गौतम, लोकसभा संयोजक कृष्ण बिहारी राय, पूर्व अध्यक्ष विनोद अग्रवाल तथा जिला मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा उपस्थित थे।