300₹ की दिहाड़ी पर काले धन को खपा रहा गिरोह...बदलवा रहे 2 हजार के नोट, 7 लोग पकड़े गए
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. कानपुर में दिहाड़ी के 300 रुपए लेकर बंद हो चुके 2 हजार के नोट बदलवाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने 7 लोगों को पकड़ा है। जो RBI में नोट बदलवाने पहुंचे थे। एसीपी ने दावा किया है कि जांच में उन्हें सुराग मिले हैं। जल्द ही पूरे सिंडिकेट का खुलासा करके आरोपियों को जेल भेजा जाएगा।
नेताओं-कारोबारियों के पास जमा (बंद हो चुके 2 हजार के नोट) को बदलवाने के लिए कानपुर से लेकर लखनऊ तक एक बड़ा सिंडिकेट एक्टिव है। जो रोजाना RBI में दिहाड़ी के मजदूरों को लाइन में लगवाकर नोट बदलवा रहा है।
एसीपी अर्चना सिंह ने बताया, कानपुर के RBI में रोजाना 2 हजार के नोट बदलवाने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंच रहे थे। इनपुट मिला कि बंद हो चुके 2 हजार के नोट को बदलवाने के लिए एक सिंडीकेट काम कर रहा है। कोतवाली पुलिस ने छापेमारी करके 7 लोगों को दबोच लिया। पूछताछ में उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा किया।
बताया कि एक बार में एक व्यक्ति RBI से 2 हजार के 10 नोट बदल सकता है। इसी का फायदा उठाकर सक्रिय सिंडीकेट कानपुर के अलग-अलग इलाकों से लोगों को RBI में लाइन में लगवाकर रुपए बदलवाता है। इसके बदले में दिहाड़ी पर 300 से 500 रुपए देता है।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि यह सिंडीकेट सिर्फ कानपुर ही नहीं लखनऊ में भी सक्रिय है। पकड़े गए लोगों ने बताया, कार से ठेकेदार रोजाना आता है। 150 से 200 लोगों को 20-20 हजार रुपए बांट देता है। उसके आदमी RBI के बाहर मौजूद रहते हैं।
जो व्यक्ति रुपए बदलवाकर बाहर निकलता है उसकी दिहाड़ी देकर एक्सचेंज मनी अपने पास रख लेता है। इस तरह से RBI से रोजाना लाखों रुपए के काले धन को बदलवाने का काम चल रहा है। आदमी जुटाने से लेकर कैश कलेक्शन करने तक अलग-अलग व्यक्ति काम संभाल रहे हैं।
यह भी इनपुट मिला है कि गिरोह लखनऊ से लेकर जहां-जहां RBI हैं। सभी जगह सक्रिय है। बड़े पैमाने पर नेताओं और कारोबारियों का काला धन बदलवाने का काम चल रहा है।
एसीपी कोतवाली अर्चना सिंह ने बताया, उन्हें जांच में कई अहम साक्ष्य मिले हैं। साक्ष्यों के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। जल्द ही RBI में 2 हजार के नोट बदलवाने वाले सिंडीकेट का खुलासा करेंगी। इसमें शामिल सभी आरोपियों को जल्द जेल भेजा जाएगा।
एसीपी कोतवाली अर्चना सिंह। |
अगर आपने एक बार नोट बदलवा लिया तो आप दोबारा नहीं जा सकते हैं। इतने सख्त नियम होने के बाद भी काले धन को सफेद करने वाले गिरोह ने इसका तोड़ निकाल लिया। सिंडीकेट ने कानपुर के मुस्लिम इलाकों को टारगेट किया। यहां पर अपने दलालों को सक्रिय कर दिया।
जो व्यक्ति अपना पहचान पत्र देकर रुपए बदलवाएगा उसे 300 से 500 रुपए मिलेगा। इसके साथ ही रोजाना नए व्यक्तियों को लाने वाले को 100 रुपए प्रति व्यक्ति कमीशन दिया जाता है। इसके चलते गिरोह के पास रोजाना नए लोग पहुंच रहे हैं।
एसीपी की मानें तो सिंडीकेट में शामिल रोहित, राकेश और सुधार भी मोहरा हैं। इनको भी रोजाना लाखों का कैश कोई पहुंचा जाता है। अब तक की जांच में कानपुर, लखनऊ और दिल्ली आरबीआई में सिंडीकेट सक्रिय है। लेकिन कानपुर में पुलिस की सख्ती नहीं होने के चलते गिरोह सबसे ज्यादा तेजी से काम कर रहा है। दिल्ली और लखनऊ में इतनी फ्लो में नोट एक्सचेंज नहीं हो पा रहा। क्योंकि नोट बदलवाने के लिए उन्हें लोग नहीं मिल पा रहे हैं।