लखनऊ समेत इन जिलों में आंधी के साथ हुई तेज बारिश, होली से लू चलने की संभावना
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में मौसम तेजी से करवट ले रहा है। झांसी, मथुरा और कानपुर में मौसम में उलट-फेर लगातार जारी है। शुक्रवार शाम को आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश होने लगी। करीब 50 मिनट तक झमाझम बारिश हुई।
40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चली। इससे सदर बाजार क्षेत्र में एक बड़ा पेड़ जीप पर गिर गया। वहीं, खुशीपुरा मस्जिद के पास एक बिजली पोल दुकान पर गिर गया। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक बारिश, ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है।
अभी इन शहरों में भी होगी बारिश
अमरोहा, बागपत, बिजनौर, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, रामपुर, सहारनपुर, सिद्धार्थनगर, आगरा, अलीगढ़, बदायूं, बरेली, बुलंदशहर, एटा, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, गाजीपुर, हापुड़ और गौतमबुद्धनगर में बारिश होगी। हाथरस, कासगंज, मथुरा और संभल में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओला गिर सकते हैं।
2 मार्च को आगरा, अलीगढ़, गाजियाबाद में बारिश
आगरा, अलीगढ़, अंबेडकरनगर, अमेठी, अमरोहा, औरैया, अयोध्या, बदायूं, बागपत, हरदोई, बलरामपुर, बांदा, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, बिजनौर, बुलंदशहर, चित्रकूट, देवरिया, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, गोंडा, गोरखपुर, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, जालौन, झांसी, कन्नौज में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
इसके अलावा कानपुर देहात, कानपुर नगर, कासगंज, कौशांबी, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, महराजगंज, महोबा, मैनपुरी, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रायबरेली, रामपुर, संतकबीर नगर, सहारनपुर, संभल, शाहजहांपुर, शामली, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, श्रावस्ती, सुल्तानपुर और उन्नाव में भी बारिश का पूर्वानुमान है।
8°C के साथ बिजनौर सबसे ठंडा
बीते 24 घंटे में बिजनौर का न्यूनतम तापमान 8°C रिकॉर्ड किया गया, जो प्रदेश में सबसे कम रहा। कानपुर में 8.1 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं। पूरे प्रदेश में तेज हवाएं चलती रहेंगी।
होली के समय उत्तर और मध्य भारत में लू चलने की संभावना
2024 में होली के आसपास उत्तर और मध्य भारत के सभी राज्यों में हीटवेव (लू) चल सकती है। इसकी 2 वजहें हैं- होली इस बार मार्च के आखिरी हफ्ते (25 मार्च) में है और दक्षिण भारत में तापमान की बढ़ोतरी 2 हफ्ते पहले फरवरी की शुरुआत से ही हो गई।
हालात ये है कि दक्षिण भारत के सभी राज्यों से महाराष्ट्र और ओडिशा तक दिन का तापमान 4-6 डिग्री तक ज्यादा यानी 33 डिग्री से ऊपर दर्ज हो रहा है। यह ट्रेंड इस बार फरवरी में पहले हफ्ते से ही दर्ज होने लगा, जो बीते 2 साल में तीसरे हफ्ते में शुरू हुआ था।
CSA यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया, इस बार आने वाला पश्चिमी विक्षोभ इस सीजन का सबसे मजबूत होगा। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से उठने वाली हवाएं मजबूत विक्षोभ बना रही है। इसका असर कश्मीर से लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश तक होगा।
इस बार औसत से ज्यादा हुई बारिश
IMD के मुताबिक इस बार फरवरी में 17% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। जनवरी में जहां 122 वर्षों में सबसे कम बारिश हुई। वहीं फरवरी में इस बार कुल 17.4 मिमी. बारिश दर्ज की गई। जबकि बारिश का औसत 14.9 मिमी. होता है।
मौसम विज्ञानी के मुताबिक 2023 में मानसून कमजोर रहा। इस साल मानसून के सामान्य रहने की संभावना है। अल नीनो कमजोर पड़ रहा है। जून से अगस्त के दौरान ला नीना की स्थिति बनने का मतलब यह है कि इस साल मानसून की वर्षा पिछले साल की तुलना में बेहतर हो सकती है।
15 मिमी. तक बारिश से नुकसान नहीं
कानपुर के कृषि मौसम विज्ञानी डॉ. अजय मिश्रा के मुताबिक, 10 से 15 मिमी. तक बारिश हुई तो फसलों को कोई नुकसान नहीं होगा। ओले गिरेंगे तो फसलों को नुकसान होगा। किसानों को एडवाइजरी जारी की गई है कि 2 दिनों तक कटाई और सिंचाई न करें। कटी फसल अगर खेतों में है तो उसको सुरक्षित करें। गेहूँ, जौ,आलू, चना, मसूर, अलसी, मटर के लिए ये बारिश लाभदायक होगी।