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यूपी बोर्ड इंटर के जीव विज्ञान और गणित का पेपर लीक, शिक्षा विभाग ने दी तहरीर

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, आगरा/लखनऊ. यूपी बोर्ड इंटर के जीव विज्ञान और गणित का पेपर वॉट्सऐप ग्रुप पर लीक हो गया। परीक्षा शुरू होने के 1 घंटे बाद ही दोनों पेपर वॉट्सऐप ग्रुप में डाले गए। लोगों ने पेपर लीक होने के कमेंट किए तो पेपर को डिलीट कर दिया गया।
यह गणित का पेपर है
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इसकी जांच की, तो पता चला कि अतर सिंह इंटर कॉलेज रोझौली के कंप्यूटर ऑपरेटर विनय चौधरी ने वॉट्सऐप ग्रुप इसे शेयर किया है। मामले में स्टेटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक और अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक के खिलाफ तहरीर दी गई है।

गुरुवार को सेकेंड शिफ्ट में इंटरमीडिएट के जीव विज्ञान और गणित की परीक्षा हुई। सेकेंड शिफ्ट की परीक्षा 2 बजे शुरू हुई। करीब तीन बजे ऑल प्रिंसिपल आगरा ग्रुप पर विनय चौधरी (मोबाइल नंबर 9897525748) ने जीव विज्ञान और गणित का पेपर ग्रुप में शेयर किया।

जीव विज्ञान के पेपर का कोड 368 जीएल और सीरियल 153 है। पेपर के सभी पन्नों को ग्रुप में डाला गया। इसके अलावा गणित के पेपर का कोड 324 एफसी है। वहीं, अधिकारियों ने सभी केंद्रों से आज की रिकॉर्डिंग मांगी है।

जैसे ही ग्रुप में पेपर शेयर किया गया, ग्रुप में जुड़े लोग कमेंट करने लगे। एक व्यक्ति ने लिखा, ये क्या हो रहा है, पेपर लीक हो गया क्या। किसी विद्यालय ने पेपर आउट किया है मैथ और बायो का। इसके बाद ही पेपर को ग्रुप से डिलीट कर दिया गया।

विनय चाहर का नाम
जिस मोबाइल से पेपर के फोटो लिए गए हैं, उस पर विनय चाहर का नाम लिखा हुआ है। माना जा रहा है कि इन पेपर के फोटो को किसी और ग्रुप में भेजा जा रहा था, वो गलती से प्रिंसिपल के ग्रुप में आ गए। शंका है कि शिक्षा माफिया बाहर कॉपी लिखवा रहे हों, ऐसे में उनको ये पेपर भेजा जा रहा होगा।
ग्रुप में जुड़े लोगों ने कमेंट करना शुरू कर दिया
शासन ने बोर्ड परीक्षा में सख्ती और सीसीटीवी से निगरानी की बात कही है। मगर, इसके बाद भी नकल माफिया सक्रिय है। केंद्र व्यवस्थापक और स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती के बाद भी परीक्षा केंद्र से पेपर बाहर कैसे आ गया। इस मामले में जेडी आरपी शर्मा ने जानकारी नहीं होने और जांच कराने की बात कही है।

वहीं परीक्षा पर्यवेक्षक मुकेश अग्रवाल का कहना है कि सोशल मीडिया पर कुछ पेपर के फोटो वायरल हुए। मामले की जांच की जा रही है। यूपी बोर्ड को इससे अवगत कराया जाएगा। प्राथमिक तौर पर कई केंद्र पर इस पेपर को दिखाया गया है, लेकिन इस सीरीज का पेपर वहां नहीं मिला है। जांच की जा रही है कि ये पेपर किस केंद्र का है।

जिस युवक ने ग्रुप में पेपर डाला था, उसने अब ग्रुप से छोड़ दिया है। ग्रुप में 900 से अधिक स्कूल-कॉलेज के प्रिंसिपल और शिक्षक जुडे़ है। घटना के बाद शिक्षा विभाग के कई कर्मचारियों ने भी ग्रुप से लेफ्ट हो गए हैं।

माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश, प्रयागराज के सचिव दिब्यकान्त शुक्ल का कहना है आगरा के राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक मुकेश अग्रवाल द्वारा अवगत कराया गया कि ऑल प्रिंसिपल आगरा नाम के वॉट्सऐप ग्रुप पर इण्टरमीडिएट जीव विज्ञान एवं गणित का पेपर डाला गया है।

वॉट्सऐप ग्रुप पर इण्टरमीडिएट जीव विज्ञान एवं गणित का पेपर दोपहर 03:10 बजे भेजा गया। तब तक परीक्षा 01 घण्टे 10 मिनट हो चुकी थी एवं सभी परीक्षार्थी अपने-अपने परीक्षा केन्द्रों पर अपने कक्ष में परीक्षा शान्तिपूर्ण तरीके से दे रहे थे, जिससे किसी भी स्तर पर परिषदीय परीक्षाओं की शुचिता प्रभावित नहीं हुई है।
ये तहरीर दी है।
किसी व्यक्ति विशेष को नकल कराने के उद्देश्य से विनय चौधरी द्वारा यह कृत्य किया गया। इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है।
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