अब्बास को अखिलेश यादव के कहने पर अपनी पार्टी का चुनाव चिह्न दिया था - ओमप्रकाश राजभर
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां माफिया डान मुख्तार अंसारी पर लगातार कड़ा रुख अपनाए हुए थे वहीं उनकी सरकार में पंचायती राज और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने मुख्तार को गरीबों का मसीहा बताया है।
उन्होंने कहा कि जब भी किसी गरीब पर ज्यादती होगी और उसके साथ जो खड़ा दिखाई देगा तो उसे गरीबों का मसीहा ही कहा जाएगा। मुख्तार को लेकर कई लोगों के बयान आए हैं कि उन्होंने हमारी जान बचाई, हमारी मदद की, जब उन्होंने गरीबों की मदद की है तो वो गरीबों के मसीहा ही होंगे। राजभर ने माना कि उन्होंने मुख्तार अंसारी को पहले क्रांतिकारी कहा था और वो आज भी अपने उस बयान पर कायम हैं।
एक टीवी चैनल से बातचीत में ओमप्रकाश राजभर ने कहा, 'ये एक दुखद घटना है और ईश्वर के आगे किसी नहीं चलती है। डाक्टरों का जो कहना है और जो उनकी मेडिकल रिपोर्ट आई है उसमें मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया गया है। परिवार का जो आरोप है उसकी सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। जो सच होगा वो सामने आएगा।' उन्होंने कहा कि न्यायालय में मुख्तार ने जहर दिए जाने की बात कही थी। इसे न्यायालय ने संज्ञान भी लिया था और जांच कराने की बात कही थी, लेकिन ये घटना घट गई। न्यायालय के आदेश पर ही जेल के तीन अधिकारियों को सरकार निलंबित कर चुकी है।
अब्बास अंसारी ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा से विधायक है। इस पर ओमप्रकाश राजभर ने शनिवार को सफाई देते हुए कहा कि चुनाव आयोग के पास जो आंकड़ा है उसके हिसाब से वो हमारी पार्टी में हैं लेकिन, उन्होंने अब्बास अंसारी को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के कहने पर ही अपनी पार्टी का चुनाव चिह्न दिया था। 2022 के विधानसभा चुनाव में सुभासपा का सपा के साथ गठबंधन था।