होली पर्व पर प्राइवेट बसों के किराए में भारी बढ़ोतरी, ऑनलाइन बुक करने पर ज्यादा पेमेंट
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. होली पर प्राइवेट बसों में सफर किफायती नहीं रहा। यात्रियों के ज्यादा आने से फ्लेक्सी किराया वसूला जा रहा है। 7 दिन पहले से महंगा सफर करने पर लोग मजबूर हो रहे हैं। इससे त्योहार पर यात्रियों को खासी दिक्कत उठानी पड़ी।
- लखनऊ से गोरखपुर तक का सामान्य किराया 856 रुपए होता है। अब 3300 रुपए लिया जा रहा है।
- लखनऊ से वाराणसी का किराया 849 से बढ़कर 3200 रुपए हो गया है।
- लखनऊ से दिल्ली का किराया 500 से बढ़कर 3000 रूपए हो गया है।
- लखनऊ से पटना का किराया 1999 से बढ़कर 3867 है।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) की एसी बस का किराया प्राइवेट ऑपरेटर से कम है। लखनऊ से गोरखपुर का लग्जरी बस पवन हंस का किराया 891 रुपए है। लखनऊ से प्रयागराज का 609 रुपए है। लखनऊ से वाराणसी का वाया प्रतापगढ़ 927 और वाया सुल्तानपुर 883 रुपए किराया है। लखनऊ से गोरखपुर शताब्दी बस का किराया 616 है। प्रयागराज का 417 रुपए किराया है।
लखनऊ से दिल्ली जाने वाली यात्रियों की संख्या होली के दिन काफी कम है। इस दिन दिल्ली से कम संख्या में लोग भी आ रहे हैं। ऐसे में मांग कम होने पर प्राइवेट बस ऑपरेटरों ने किराया कम कर दिया है। लखनऊ से 23:35 बजे जाने वाली इंटर सिटी स्मार्ट बस का किराया मात्र 339 रुपए है। यह एसी 2-2 बस का किराया है। ज्यादातर एसी स्लीपर बसों का किराया 400 से 600 रुपए तक है। इसके कारण उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की लग्जरी वस 'पवन हंस' अधिक किराए की वजह से दिल्ली रूट पर बंद हो गई। इस बस का किराया करीब 1600 रुपए है।
त्योहारी सीजन में लाखों की संख्या में लोग अपने घरों को आवाजाही कर रहे हैं। प्रदेश की 11 हजार 800 बसों से पिछले तीन दिनों में करीब 45 लाख लोगों ने आवाजाही की है। इसके साथ ही निजी बस से भी लोग बुकिंग कर अपने घरों को जा रहे। गाजियाबाद, नोएडा, लखनऊ, अयोध्या, वाराणसी और प्रयागराज के लिए इस दौरान सबसे अधिक सवारी मिली है।