जेल में माफिया मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ी...अब ICU में, कुछ दिन पहले कहा था- खाने में दिया जा रहा जहर
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, बांदा. बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की सोमवार की रात तबीयत बिगड़ गई। सीने में दर्द की शिकायत पर जेल प्रशासन ने उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। बताया जा रहा है कि मुख्तार का ICU में इलाज चल रहा है। हालांकि, मामले में जिला प्रशासन का ऑफिशियल बयान नहीं आया है।
5 दिन पहले बाराबंकी की MP/MLA कोर्ट में गुरुवार (21 मार्च) को फर्जी एम्बुलेंस मामले में सुनवाई हुई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी होनी थी। लेकिन मुख्तार पेश नहीं हुआ। उसकी जगह डिप्टी जेलर महेंद्र सिंह कोर्ट में पेश हुए। मुख्तार के वकील रणधीर सिंह सुमन भी कोर्ट पहुंचे और एक एप्लिकेशन दी थी।
हाथ-पैर ठंडे पड़ रहे..लग रहा दम निकल जाएगा
इसमें मुख्तार की तरफ से कहा गया- साहब, 19 मार्च की रात मुझे खाने में जहरीला पदार्थ दिया गया है, जिसकी वजह से मेरी तबीयत खराब हो गई। मेरे हाथ-पैर और शरीर की नसों में दर्द हो रहा है। हाथ-पांव ठंडे हो रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि मेरा दम निकल जाएगा। 40 दिन पहले भी मेरे खाने में धीमा जहर दिया गया था।
जो स्टाफ खाना बनाने के बाद चख कर मुझे देता है, वह भी बीमार पड़ गया और उसका इलाज कराया गया। इसलिए इलाज के लिए व्यवस्था करवाई जाए। साथ ही मेडिकल बोर्ड बनाकर जांच करवाई जाए। सुनवाई के दौरान डिप्टी जेलर ने कोर्ट को बताया कि मुख्तार बीमार है। जिसकी चलते वह पेश नहीं हुआ। इसके बाद कोर्ट ने 29 मार्च की तारीख लगा दी थी।
फिलहाल, इंटरस्टेट गैंग 191 का सरगना मुख्तार 25 अक्टूबर, 2005 से जेल में बंद है। उसके खिलाफ यूपी, दिल्ली, पंजाब में 65 मुकदमे दर्ज हैं। उसे 17 महीने में 8 बार सजा हो चुकी है। इसमें से 2 उम्रकैद की सजा है। मुख्तार को पहली सजा 23 सितंबर 2022 को हुई थी। वहीं, 8वीं सजा 13 मार्च 2024 को हुई थी।
मुख्तार के खिलाफ सजा का सिलसिला 21 नवंबर, 2022 को शुरू हुआ था। लखनऊ के आलमबाग थाने में 2003 में जेलर को धमकाने के मामले में ADJ कोर्ट ने दोषमुक्त किया। सरकार ने 27 अप्रैल, 2021 को हाईकोर्ट में मामले को चुनौती दी। इसी मामले में उसे पहली बार 7 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई।(संवाद सूत्र)