मेरे पापा कैसे खत्म हो गए...पूछने पर डॉक्टरों ने पीटा
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक बेहद हैरान करने वाला मामला प्रकाश में आया है. कानपुर के कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल में एक युवक को डॉक्टरों ने जमकर पीट दिया उसका कसूर सिर्फ इतना था कि उसने पूछ लिया कि मेरे पापा कैसे खत्म हो गए। इस बात पर डॉक्टर भड़क गए। युवक को घेर लिया और पीटना शुरू कर दिया। भाई की पिटाई देख कर बहनों ने वीडियो बनाने की कोशिश की, तो डॉक्टरों ने उनका मोबाइल छीन लिया।
अस्पताल में घायल पड़े तीमारदार और वीडियो बनाने वाले को भी पीटा। |
फिर उन्हें भी पीटा। अभद्र शब्दों का इस्तेमाल भी किया। इसके साथ ही एक युवक को भी पीटा। आरोप है कि युवक को खींचकर बाहर ले गए। जहां पर CCTV नहीं लगा था। इसके बाद युवक ने पुलिस को बुलाया। मगर पुलिस उन्हें ही पकड़कर थाने ले आई।
फतेहपुर के हरिहरगंज निवासी आदित्य कुमार ने बताया, "पिता चंद्रपाल निषाद को 3 दिन पहले सीने में दर्द होने की शिकायत पर प्राइवेट नर्सिंग होम में दिखाया था, जहां से उन्हें कानपुर के कार्डियोलॉजी के लिए रेफर कर दिया था। यहां पर कई दिनों से पिता की पल्स अचानक से बंद हो जा रही थी।
डॉक्टर से कई बार गुहार लगाई। लेकिन, वह सुनने को तैयार नहीं थे। हर बात में वह बोलते थे कि 'वहां जाकर बैठो, डॉक्टर तुम हो या मैं' और डांट कर भगा देते थे।"
आदित्य ने बताया कि शुक्रवार जब पिता की मौत हो गई। तब उनसे मौत का कारण पूछा। इस पर डॉक्टर ने कहा कि चुपचाप यहां से चले जाओ। कई बार जब कारण पूछा, तो डॉक्टर भड़क गए। बहनों ने भी जब विरोध किया, तो डॉक्टरों ने गाली-गलौज की। इसके बाद जहां पर CCTV लगे थे, वहां से मुझे घसीटकर ले गए और पीटना शुरू कर दिया।"
भाई के साथ मारपीट देख बहन संध्या, रानी और अंजू ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाना चाहा, तो डॉक्टरों ने उन सभी का मोबाइल छीन लिया। आरोप है कि डॉक्टरों ने घर की लड़कियों को भी पीटा। आदित्य का कहना है कि डॉक्टर ने सभी के मोबाइल छीन कर अपने पास रख लिए हैं।
इसके बाद किसी तरह से डॉक्टर के चंगुल से छूटकर 112 में सूचना दी। मगर जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो वह हम ही लोगों को थाने ले आई।
मीडिया ने जब अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. राकेश कुमार वर्मा से बात करनी चाही, तो मना कर दिया। स्वरूप नगर इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह ने बताया कि अभी किसी ने कोई भी तहरीर नहीं दी है। अगर तीमारदारों तहरीर देते हैं, तो मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।