रात के अंधेरे में करोड़ों का मकान JCB से गिराया गया, पुलिस ने घटना से किया इंकार
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. आजमगढ़ जिले के अहरौला के पीठापुर गांव में रात के अंधेरे में करोड़ों का मकान गिरा दिया गया है। ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह घटना को अंजाम पुलिस की देख-रेख में दिया गया है। लेकिन स्थानीय पुलिस घटना को लेकर इनकार कर रही है।
अहरौला के पीठापुर गांव में ढाई बिस्वा एरिया में बना मकान बीती रात में जेसीबी से गिरा दिया गया है। ग्रामीण और परिजन का कहना है कि रात में भारी संख्या में यहां पुलिस जेसीबी के साथ पहुंची थी और मकान को गिरवाने लगी। यह मकान तबीजन पत्नी अब्दुल अजीज का बताया गया है। तबीजन के कुल 5 पुत्र हैं, जिनमें यूनुस, इंदल, फिरोज, नसीम और सैयाद है। ग्रामीणों का आरोप है कि जेसीबी से कुछ सादे ड्रेस में और कुछ पुलिस की वर्दी में सोमवार को रात 12 बजे के आसपास लोग पहुंचे थे। जब जेसीबी से घर तुड़वाने लगे तो अगल-बगल के लोगों ने इसका विरोध किया 1 से 2 घंटे में मकान को पूरी तरह से जमींदोज कर दिया गया। इस संबंध में जब गांव के प्रधान राम विलास राजभर से बात कि गई तो उनका कहना था यह गलत हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि बिना किसी नोटिस के मकान ध्वस्त करने जैसी कोई जानकारी परिजनों को नहीं दी गई थी। और अगर कार्रवाई कानूनी थी तो रात के अंधेरे में क्यों गुपचुप तोड़ा गया। अब यह कार्रवाई किस आधार पर की गई है इसकी हमें जानकारी नहीं है।
स्थानीय थाना प्रशासन घटना को लेकर इनकार कर रहा है। इस संबंध में जब थानाध्यक्ष अहरौला सुनील कुमार दुबे से बात किया गया तो उनका कहना है कि ऐसी किसी घटना की जानकारी हमें नहीं है और जहां तक मकान में रहने वालों की बात है तो वह कुछ मामलों में वांछित हैं। घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है उनका कहना है कि अगर कोई मामला था तो जो आरोपी है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए या तो कोई लीगल नोटिस देने के बाद ही कोई कार्रवाई होनी चाहिए थी।