गाजीपुर में महादेव मंदिर में खेली गई फूलों की होली, भक्तों ने जमकर उड़ाए अबीर और गुलाल
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में हिंदू धर्म का कोई भी पर्व त्यौहार बगैर देवी-देवताओं के भक्ति के अधूरा माना जाता है। शायद यही कारण है कि काशी में होली की शुरुआत भोलेनाथ के जलाभिषेक और अबीर गुलाल से रगने के बाद शुरू की जाती है। वहीं लहुरी काशी के नाम से विख्यात गाजीपुर में भी परंपरा कुछ ऐसी ही देखने को मिलती है। जहां पर लोग भोलेनाथ के साथ अबीर गुलाल और फूलों की होली खेलते हुए ईश्वर से सुख शांति की मंगल कामना करते हैं। एक-दूसरे को होली की बधाइयां दी जाती हैं। ऐसे ही कुछ होली गाजीपुर शहर के प्राचीन महावीर मंदिर में भी देखने को मिली।
गाजीपुर शहर के रुई मंडी स्थित बुढ़ेनाथ महादेव मंदिर में सुबह से ही भक्त भोलेनाथ का विधिवत पूजन अर्चन करने के बाद होली खेलते दिखे। लोगों ने फूलों से भोलेनाथ को नहलाने के बाद अबीर गुलाल से भी नहलाया। नंदी को भी महिलाओं और युवतियों ने फूलों और अबीर से सराबोर कर दिया। मंदिर परिसर में फूलों की होली खेली गई, श्रद्धालुओं ने जमकर अबीर गुलाल उड़ाए। इसके बाद सभी ने अपने-अपने घरों को जाकर होली के पर्व को मनाना शुरू किया।
बता दें की गाजीपुर शहर में स्थित मंदिर सदियों पुराना बताया जाता है। श्रद्धालु कोई भी त्यौहार बिना इनकी आराधना किए शुरू नहीं करते है। ऐसा ही नजर शहर के आखिरी छोर पर स्थित महावीर मंदिर में देखने को मिला। जहां अबीर गुलाल से सराबोर हनुमान भक्तों ने जमकर फाग गीत गए।