दो बाइक की आमने सामने टक्कर में 4 की मौत...त्योहार को गम में बदल दिया
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. बलिया जिले के सिकंदरपुर थाना इलाके के जमुईपट्टी के पास सड़क हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में चार साल का एक मासूम भी शामिल है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने घटना की जानकारी दोनों परिवारों को दे दी गई। दोनों परिवार के लोग मोर्चरी हाउस पहुंचे वहां पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
प्राप्त जानकारी के बरहुचा गांव निवासी प्रदीप राम अपनी बहन को पहुंचाने उसके ससुराल गया था। प्रदीप के साथ उसका भतीजा अगत्सय भी था। बहन को उसके घर छोड़कर वापस घर लौट रहा था कि जमुई चट्टी के समीप भागड पुलिया पर सामने आ रही बाइक से प्रदीप के बाइक की भिडंत हो गई। घटना के बाद लोग तुरंत पहुंचे दोनों बाइक सवारों को उठाकर अस्पताल ले जाया गया। इस हादसे में प्रदीप और उसके भतीजे अगत्सय और लक्ष्मण चौरसिया को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर कर दिया। जबकि लक्ष्मण के एक दोस्त की इलाज के दौरान मौत हो गई।
मृतक प्रदीप राम |
जैसे ही घटना की जानकारी कस्बा सहित बरहुचा गांव के लोगों को हुई तो चारों तरफ शोक की लहर दौड़ गई, वहीं सैकड़ों की संख्या में लोग अस्पताल पहुंच गए। इस घटना ने खुशी के इस त्योहार को गम में बदल दिया।
मृतक लक्ष्मण चौरसिया |
सड़क दुर्घटना से हुई तीन लोगों की मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है, थोड़ी देर में खुशी का त्योहार गम में बदल गया, घटना के बाद अस्पताल पहुंचे प्रदीप के पिता मनोज और प्रदीप की बहन नेहा का रो-रोकर बुरा हाल था। बार-बार नेहा अपने भाई और भतीजे का शव देखने के बाद गिरकर अस्पताल में बेहोश हो जा रही थी। बार-बार नेहा एक ही बात कह रही थी की बाबू हमको छोड़ने नहीं गया होता तो यह घटना नहीं होती, वह बार-बार अपने आप को कोस रही थी। ।
मृतक प्रदीप के पिता की माने तो प्रदीप पटना में नौकरी करता था, दो दिन पहले ही वह होली का त्योहार मनाने के लिए घर आया था, उससे मिलने के लिए नेहा दो दिन पहले ही बरहुचा आई थी। होली का त्योहार होने के कारण प्रदीप अपने बहन नेहा को अपने भतीजे अगत्स्य के साथ छोड़ने उसके ससुराल कथवलिया गया था। छोड़कर बाइक से अपने भतीजे के साथ घर आ रहा था, लेकिन ऊपर वाले को तो कुछ और ही मंजूर था, देखते ही देखते एक ही परिवार के चाचा भतीजे की मौत ने परिवार सहित पूरे गांव के लोगों को झकझोर कर रख दिया है।
मृतक लक्ष्मण चौरसिया के पिता गिरिजा चौरसिया का हालत यह था कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर पहुंचने के बाद बेहोश होकर बार-बार गिर जा रहे थे, फिर पानी की छीटा मार कर उनको होश में लाया जा रहा था। डॉक्टरों की टीम द्वारा लगातार बल्ड प्रेशर नापा जा रहा था। जैसे ही होश में आते तो दहाड़े मार-मार कर रोने लगते थे।