मुझे धोखा दे रही थी...दूसरे से प्यार करती थी...लोग मेरी हंसी उड़ाते...नहीं मानी तो खत्म कर दिया
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. मृत महिला का नाम वंदना था। वंदना का मायका मिर्जापुर के अहरौरा थानाक्षेत्र में पश्चिम पट्टी गांव में है, भाई का नाम सुदीप है। एक दिन वंदना के ससुराल से सुदीप को फोन आता है कि वह बहन के घर आए। जैसे ही भाई सुदीप आजमगढ़ पहुंचता है, फिर फोन बजता है और सामने वाले पुलिसकर्मी ने उसे तहबरपुर थाने आने के लिए कहा।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी का कबूलनामा। |
सुदीप को आशंका होने लगी, वह जल्दी-जल्दी तहबरपुर थाने पहुंचा। वहां देखा कि उसकी बहन वंदना की लाश पड़ी है, जिसे बुरी तरह से जला दिया गया था। सुदीप रोने लगा और ससुराल वालों पर हत्या के इल्जाम लगाने लगा। इसके बाद सुदीप ने पहले बहन का अंतिम संस्कार कराया फिर थाने पहुंचकर अगले ही दिन अपने जीजा उसके मां-पिता, भाई के खिलाफ केस दर्ज कराया।
पुलिस ने कार्रवाई की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में टूट गया और बोला कि उसकी पत्नी यानी वंदना उससे प्यार नहीं करती थी। वह किसी और से फोन पर बातें करने लगी थी। मैं समझ ही न पाता था कि क्या चल रहा है, मैं इस बात से परेशान रहने लगा था। इसलिए हत्या कर दी।
आरोपी कन्हैया ने पुलिस को बताया कि उसने ब्यूटी पार्लर का काम सीखा था, घर वालों ने उसकी मदद की और ब्यूटी पार्लर चलाने के लिए परमिशन दी। पार्लर का काम अच्छा नहीं चला तो उसने किराने की दुकान शुरू कर दी। फिर वह पैसे कमाने लगी, लोगों का आना-जाना वहां शुरू हो गया। वह लोगों से हंस-हंसकर बातें करती, मैं समझाता तो भी नहीं मानती थी।
वह घर पर कम बाहर ही ज्यादा रहना पसंद करने लगी। सारा समय दुकान पर या फिर खरीदारी के लिए बाहर जाना। पहले तो वह मेरी बात मानती थी, लेकिन कुछ महीनों से बर्ताव बदल गया था। वह वह खुलेआम कहती थी कि मेरे रास्ते में मत आओ, मैं अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीना चाहती हूं।
आरोपी पति कन्हैया ने पुलिस को बताया कि अपने हिसाब से जिंदगी जीने की बात मेरे कलेजे में चुभ गई थी। मुझे लगा न जिंदगी रहेगी और न ये अपने हिसाब से जी सकेगी। इसलिए मैंने उसे मारने की प्लानिंग की।
गांव वाले हंसी उड़ाते थे- हमारे बीच कुछ नहीं बचा था
कन्हैया ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि कुछ समय तो सब ठीक रहा, मुझे भी कभी बुरा लगता फिर लगता कि वह काम कर रही है फिर मैंने सोचा कि इसमें बुरा क्या है। लेकिन लोगों ने मेरी हंसी उड़ानी शुरू कर दी। लोग ताने देने लगे कि पहला अपना घर संभालो। इन बातों से मैंने तय कर लिया था कि उसकी जिंदगी खत्म कर दूंगा।
आरोपी ने बताया कि हमारी लड़ाई भी हो रही थी फिर भी हम परिवार चलाने के लिए मैनेज कर लेते थे। पर, पिछले एक साल से सब खत्म होता जा रहा था। वह मेरी हर बात इग्नोर करने लगी। मेरे न रहने पर किसी से भी खूब हंसती बातें करती लेकिन मुझे देखकर वह चुप हो जाती और गुस्सा दिखाती। यह सब मेरे लिए आसान नहीं था।
मृतका वंदना के भाई ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा कि मेरी बहन किसी तरह से ब्यूटी पार्लर और किराने की दुकान से घर का खर्च चलाया करती थी। लेकिन उसके पैसे पर उसके पूरे परिवार की नजर थी। कभी पति तो कभी देवर, कई बार तो सास-ससुर पैसे मांगते रहते थे।
वह मुझे फोन करके बताती कि यहां सभी पैसों के भूखे हैं। हत्या के दिन मेरी बहन से दो लाख रुपए मांगे गए और कहा कि जमीन की रजिस्ट्री करवानी है। पैसे नहीं देने पर उसे पीट-पीटकर मार डाला गया। पति, देवर, सास और ससुर ने लाश को सीढ़ी से घसीटा और छत पर ले गए। फिर छत के कोने में ले जाकर मार डाला।
एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि महिला से परिजन दहेज की मांग कर रहे थे। इस कारण परिजनों ने इतना मारा कि महिला बेहोश हो गई। महिला के बेहोश होने के बाद डीजल डालकर जलाकर हत्या कर दी गई। इस मामले में चार आरोपित हैं। पति को आज गिरफ्तार कर लिया गया जबकि देवर, ससुर और सास की तलाश की जा रही है।
इस घटनास्थल का निरीक्षण मेरे द्वारा स्वयं किया गया। घटनास्थल पर जहां जलाया गया, वहां देखकर लगा कि जैसे बांधकर जलाया गया हो। इससे यह बात सामने आ गई कि महिला को बंधक बनाकर जलाया गया, जिसकी वजह से महिला की मौत हो गई।
मृतका के भाई ने बताया कि कन्हैया के दो छोटे बच्चे हैं। एक की उम्र 7 साल है तो दूसरे की 4 साल के करीब है। दोनों को अच्छी जिंदगी देने के लिए वह बहुत मेहनत करती थी लेकिन पूरे परिवार ने मिलकर उसकी जान ले ली। अब वंदना के साथ ही उसके दोनों बच्चों की जिंदगी भी इन सब ने तबाह कर दिया है। भाई ने पुलिस ने न्याय की गुहार लगाई है।