सिलेंडर ब्लास्ट में छत उड़ गई, खिड़कियां टूट गई, जिंदा जले पति-पत्नी समेत 5 की मौत; 4 गंभीर रूप से झुलसे
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र में हाता हजरत साहब इलाके में मंगलवार रात घर में शॉर्ट सर्किट से आग लगने के बाद दो सिलेंडर ब्लास्ट होने से पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। धमाका इतना जोरदार था कि घर की छत उड़ गई और दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं। आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आए।
पुलिस और दमकल कर्मियों ने करीब डेढ़ घंटे में आग पर काबू पाकर घर में फंसे लोगों को बाहर निकाला। आग में झुलसे 4 लोगों को रेस्क्यू कर ट्रामा में भर्ती कराया। जहां दो की हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
दो मंजिला मकान में हुआ हादसा, धमाके से दहशत
काकोरी में हाता हजरत साहब निवासी जरदोजी और पटाखे बनाने का काम करने वाले मुशीर अली (50) के दो मंजिला मकान में करीब 20 लोगों का परिवार रहता है। मंगलवार रात करीब 11 बजे दूसरी मंजिल पर आग लगने के साथ एक के बाद एक दो सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया।
जब तक मकान के भीतर के लोग बाहर निकल पाते तब तक आग पूरे मकान में फैल गई। आग में मुशीर, उनकी पत्नी हुस्ना बानो (45), उनकी भतीजी राइया (5) और दो भांजी हिबा (2) और हुमा (3) जिंदा जल गए।
वहीं मुशीर की बेटी इंशा(16) और लकब (18), बहनोई अजमत (30) और भतीजी अनम (17) आग में फंसकर झुलस गए। जिन्हें दमकल कर्मियों ने बाहर निकाला। दमकल कर्मियों ने करीब डेढ़ घंटे में आग पर काबू पाया। वहीं पुलिस ने सभी घायलों को गंभीर हालत में ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया।
ग्रामीणों के मुताबिक, रात को अचानक तेज धमाके के बाद बाहर निकले तो देखा मुशीर के घर से आग की लपटें निकल रही थी और लोग चीख रहे थे। ग्रामीणों ने आग बुझाने की कोशिश के साथ पुलिस और दमकल को सूचना दी।
दमकल की शुरुआती जांच में सामने आया है कि मुशीर के कमरे में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। मुशीर घर के पुरुषों के साथ लोगों को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे कि सिलेंडर ब्लास्ट हो गया। जिसके बाद आग के बेकाबू होने से पूरा परिवार आग में फंस गया और पांच लोगों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई।
सिलेंडर में धमाका इतना तेज था कि मकान की छत गिर गई और दीवारे क्षतिग्रस्त हो गईं। वहीं खिड़की और दरवाजे टूट गए। जिसके चलते घर में मौजूद लोग उसकी चपेट में आकर झुलसने से घायल भी हो गए।
मकान में मुशीर के साथ उनके भाई पप्पू, बब्बू और बबली के अलावा बहनोई अजमत का परिवार रहता था। घर में जरदोजी का कारखाना भी लगा है। जिसको सभी मिलकर चलाते थे और परिवार का पालन पोषण करते थे।
इलाके में चर्चा है कि घर में पटाखा का भी काम होता था। जिससे घर में पटाखा या बारूद रखा होने के चलते यह हादसा और भयावह हो गया।