पिता और चाचा ने बेटी का गला घोंटा, मां की भी हत्या कर चुका है बाप; पुलिस ने इन्हीं दोनों से शव को गढ्ढे से निकलवाया
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, पीलीभीत/लखनऊ. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से बेहद हैरान और ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। जहां पर एक लड़की के अफेयर से नाराज होकर पिता और चाचा ने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने बेटी की लाश को डीजल डालकर जला दिया। इसके बाद सबूत मिटाने के लिए जाली लाश को नदी किनारे दफना दिया।
इतना ही नहीं, घरवालों ने पुलिस को उलझाने के लिए बेटी के अपहरण की झूठी कहानी रच दी। जांच में पूरे मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर शव भी बरामद कर लिया गया। मामला बीसलपुर थाना क्षेत्र का है।
कनगवा गांव में रहने वाले राजीव गंगवार की इकलौती बेटी सीमा गंगवार (17) का एक युवक से एक साल से अफेयर चल रहा था। सीमा कक्षा-12 की छात्रा थी। घरवालों को जब उसके अफेयर की बात पता चली, तो उन्होंने उसे बहुत समझाया। उन लोगों ने बेटी को युवक से बात करने से मना किया। लेकिन, फिर भी लड़की उस युवक से बात करती रही। इससे घरवाले नाराज हो गए। इसके बाद नाराज पिता और चाचा ने बेटी की हत्या की साजिश रची।
इसके बाद 7 मार्च को पिता राजीव गंगवार और चाचा संजय गंगवार ने घर पर ही बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। बेटी की पहचान छिपाने के लिए उसकी लाश को डीजल डालकर जला दिया। घटना के बाद पिता और चाचा ने बेटी की लाश को गांव से 2 KM दूर ले जाकर अमेडी नदी के किनारे एक गहरे गड्ढे में दफना दिया।
यह फोटो दोनों आरोपी पिता राजीव गंगवार और चाचा संजय गंगवार की है। पुलिस ने इन्हीं लोगों से शव को गढ्ढे से निकलवाया। |
इसके बाद 8 मार्च को लड़की के घरवाले थाने पहुंचे। पुलिस को बेटी के अपहरण की झूठी कहानी सुनाई। उन्होंने पुलिस को बताया कि 7 मार्च को बेटी को उसके चाचा संजय गंगवार स्कूल छोड़ने गए थे। वापसी के समय वह स्कूल से नहीं आई। घरवालों ने काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं लग पाया।
जब पुलिस ने स्कूल के CCTV फुटेज की जांच की, तो पता लगा बेटी का चाचा संजय गंगवार उसको स्कूल छोड़ने नहीं पहुंचा था। जब घरवालों को बुलाकर पूरे मामले की पूछताछ की गई, तो वे लोग अपनी ही सुनाई कहानी में उलझ गए।
बुधवार को कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अशोक पाल ने जब मृतक छात्रा के पिता और चाचा से कड़ाई के साथ पूछा, तब उन्होंने सच उगल दिया। दोनों आरोपियों ने बताया कि उन्होंने ही अपनी बेटी की हत्या घर के कमरे में की थी। इसके बाद उसके शव पर डीजल डालकर जलाया था।
रात में मौका पाकर नदी के किनारे खोदे गए गड्ढे में उसके शव को दफन कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नदी के किनारे गड्ढे में गड़े हुए छात्रा के शव को उसके पिता और चाचा की मदद से खुदवा कर बाहर निकलवा लिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।
पिता ने 2008 में की थी मां की हत्या
घटना के बाद एडिशनल एसपी विक्रम दहिया घटना स्थल का निरीक्षण करने गांव में पहुंचे। बीसलपुर थाना अध्यक्ष अशोक पाल ने बताया कि राजीव गंगवार ने अपनी पत्नी नन्ही देवी उर्फ सुमित्रा की 2008 में हत्या कर दी थी। इसके बाद वह इस मामले में वह 10 साल सजा काटकर 2016 में जेल से बाहर आया था। फिलहाल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।